कोलकाता। प्राथमिक विद्यालयों को खोलने के लिए साफ-सफाई शुरू कर दिए गई है, पश्चिम बंगाल में स्कूल फिर से खुल रहा है। कोरोना के मद्देनजर बंद प्राथमिक स्कूल बुधवार से खुल जाएंगे। इसके साथ ही ‘पाड़ाय शिक्षालय’ भी बंद करने का निर्देश दिया गया है। पहले से ही कक्षा आठवीं से 12वीं तक की कक्षाएं खोल की गई थी। अब प्राथमिक और अपर प्राइमरी कक्षाओं के स्कूल खुल जाने के बाद बंगाल में सभी कक्षाओं के स्कूल पूरी तरह से खुल जाएंगे। राज्य सचिवालय नबान्न की ओर से जारी नई गाइडलाइंस में कहा गया है कि सरकार ने राज्य में प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल खोलने पर लगी रोक हटा ली है। हालांकि, पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने स्पष्ट किया कि स्कूलों को कोरोना नियमों का पालन करना होगा। स्कूलों को खोले जाने के सरकार से निर्णय से छात्रों और अभिभावकों में खुशी की लहर है। इसके साथ ही स्कूलों में मंगलवार को साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन का काम शुरू हो गया है।
गाइडलाइन में कहा गया है कि स्कूल को कोविड नियमों के मुताबिक खोला जाए. बता दें कि कक्षा आठवीं से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूल पहले से ही खोल दिए गये थे। वहीं, पांचवीं से सातवीं तक के लिए बच्चों के लिए स्कूलों की जगह मोहल्ले में पाड़ाय शिक्षालय चल रहा था, उसमें समस्या आ रही थी. इसलिए उसे भी बंद कर दिया गया है और अब नियमित रूप से स्कूल में कक्षाएं होंगी।
पश्चिम बंगाल के शिक्षा विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक सोमवार से शनिवार तक स्कूल चलेंगे। हालांकि, कोविड के नियमों का पालन करना होगा। स्कूलों को ठीक से कीटाणुरहित किया गया है या नहीं और कोविड नियमों का पालन करने के लिए क्या कदम उठाने की जरूरत है, यह जांचने के लिए शिक्षकों को मंगलवार, 15 फरवरी को स्कूल में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। 16 तारीख से छात्र स्कूल आ सकेंगे। छात्रावास खुला रहेगा या नहीं, यह संबंधित स्कूल अधिकारी तय करेंगे, लेकिन छात्रावास को नियमों के अनुसार खोलना होगा। प्रत्येक विद्यार्थी को विद्यालय प्रारंभ होने से कम से कम एक घंटा पूर्व विद्यालय पहुंचना अनिवार्य है। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि मास्क पहनना, मास्क पहनने की आवश्यकता समझाना, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना और अन्य संहिताबद्ध प्रोटोकॉल अनिवार्य हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्राथमिक ही नहीं उच्च प्राथमिक व आंगनबाड़ी केंद्र भी खोले जा रहे हैं। रोटेशन पद्धति का उपयोग करके स्कूल शुरू किये जा रहे हैं। इस दिशानिर्देश के जारी होने के बाद कोलकाता नगर निगम में तैयारियों के लिए वर्चुअल बैठक हुई। कोलकाता नगर निगम के तहत 175 स्कूल भवनों की ढांचागत रिपोर्ट मांगी गयी है। आज बुधवार तक रिपोर्ट देनी होगी। 175 स्कूल भवनों में सुबह से दोपहर तक कुल 241 स्कूल चलते हैं। बंगाली, हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी और उड़िया माध्यम के स्कूल कोलकाता नगर निगम के अधीन संचालित होते हैं।
Comments are closed.