मुंबई। अंडरवर्ल्ड कनेक्शन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की है। करीब छह घंटे तक चली पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने एनसीपी नेता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने सुबह सात बजे उनके घर पर छापा मारा था। करीब एक घंटे बाद ईडी उन्हें अपने साथ ले गई थी। इसके बाद से नवाब मलिक ईडी दफ्तर में ही मौजूद थे।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की यह कार्रवाई अंडरवर्ल्ड से जुड़ी एक संपत्ति मामले में हुई है। इसमें दाऊद इब्राहिम का नाम भी सामने आ रहा है। दरअसल, ईडी इकबाल कासकर से जुड़े कथित जमीन सौदे को लेकर जांच कर रही है। पिछले सप्ताह ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के मुंबई स्थित आवास पर छापेमारी की थी। ईडी ने नागपाड़ा में हसीना पारकर से जुड़े 10 अलग-अलग ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। इसके अलावा एजेंसी ने दाऊद के भतीजे और पारकर के बेटे अलीशाह पारकर और छोटा शकील के गुर्गे सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट्स से भी पूछताछ की थी।
दाऊद के करीबियों से खरीदी जमीन?
नवंबर, 2021 में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक को लेकर खुलासा किया था। फडणवीस ने कहा था कि नवाब मलिक ने मुंबई में दाऊद के करीबियों से जमीन खरीदी थी। इसमें से एक मुंबई बम धमाकों में शामिल था। उन्होंने आरोप लगाया था कि बम धमाकों में उम्र कैद की सजा काट रहे शहा वली खान और हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल के साथ नवाब मलिक के व्यवसायिक संबंध हैं।
फडणवीस ने आरोप लगाया था कि कि सलीम पटेल के पावर ऑफ अटॉर्नी वाली कुर्ला में तीन एकड़ जमीन सॉलिडस नाम की कंपनी को बेची गई थी, जो नवाब मलिक की कंपनी है। यह कंपनी शहा वली खान के माध्यम से खरीदी गई थी। उन्होंने कहा कि जब जमीन का सौदा 2003 में हुआ तब भी नवाब मलिक मंत्री थी। 2019 में उन्होंने कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। फडणवीस ने कहा था कि, नवाब मलिक और उनके रिश्तेदारों की कुल पांच ऐसी प्रॉपर्टी पकड़ी हैं, जिसमें चार का संबंध अंडरवर्ल्ड से है।
मनी लॉन्ड्रिंग से भी जुड़े तार
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को माफिया सरगना दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को महाराष्ट्र की ठाणे जेल से गिरफ्तार किया था। ईडी ने दाउद और उसके सहयोगियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया है। इकबाल कासकर से इसी मामले में पूछताछ जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इकबाल कासकर ने नवाब मलिक का नाम भी लिया था, जिसके बाद ईडी की टीम उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले ईडी ने विशेष कोर्ट में कहा कि इकबाल कासकर अपने भाई दाऊद इब्राहिम की वैश्विक आतंकवादी की छवि का इस्तेमाल कर सेलिब्रिटीज और बिल्डरों से फिरौती वसूलता था।
संजय राउत ने भाजपा को दी चेतावनी
ईडी द्वारा नवाब मलिक को घर से पूछताछ के लिए ले जाने के बाद संजय राउत का बयान सामने आया है। उन्होंने भाजपा को चेतावनी दी है। राउत ने कहा कि नवाब मलिक एक वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री हैं। ईडी जिस तरह से उन्हें उनके घर से ले गई, वह महाराष्ट्र सरकार के लिए एक चुनौती है। हमारे राज्य में आकर एक मंत्री को केंद्रीय एजेंसियां ले जाती हैं। 2024 के बाद आपकी भी जांच होगी। इस बात का ध्यान रखें।
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