यूक्रेन में हर जगह दिख रहा है बर्बादी का मंजर, जगह-जगह बिखरीं हैं लाशें, अंडरग्राउंड शेल्टर में बच्ची जन्मी
कीव। यूक्रेन पर रूस के हमले का आज तीसरा दिन है। लोग अब किसी भी अनहोनी से बचने के लिए हर वो संभव कोशिश कर रहे हैं, जो उनके वश में है। हजारों लोग शहर छोड़कर दूसरे देशों में पलायन करते देखे जा सकते हैं। कार, बस, ट्रेनें और पैदल ही पोलैंड-हंगरी की तरफ निकल रहे हैं। कुछ लोग शेल्टर, अंडरग्राउंड सब-वे में रह रहे हैं। उम्मीद यही है कि जल्द सबकुछ सामान्य हो जाएगा।
रूसी सेना ने शनिवार को कीव के रिहायशी इमारतों को निशाना बनाया है, हालांकि रूस ने आम लोगों को नुकसान न पहुंचाने की बात कही है। लेकिन हकिकत यह है कि यहां पर जगह-जगह लाशें बिखरीं दिख रही है। रूस ने शनिवार सुबह कीव के कई इलाकों में मिसाइल हमले किए।
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी के अनुमान के मुताबिक यूक्रेन में एक लाख से ज्यादा लोगों ने घर छोड़ दिया है। एजेंसी ने आशंका जाहिर की है कि अगर हालात और बिगड़ते हैं तो करीब 40 लाख लोग दूसरे देशों में शरण लेने मजबूर हो सकते हैं।
कीव से पोलैंड के प्रेज़ेमसिल में पहुंची डारिया नाम की एक महिला ने बताया कि यूक्रेन में पुरुषों को सीमा पर पहुंचने से पहले ट्रेनों से खींच लिया गया था। भले ही वह अपने अपने बच्चे के साथ जा रहे हों, तब भी वे बॉर्डर पार नहीं कर सकते। ऐसा इसलिए क्योंकि राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने गुरुवार को 18 से 60 साल के सभी पुरुषों को रूस के खिलाफ लड़ने का फरमान जारी किया है।
इसी बीच कीव में 23 साल की महिला ने मेट्रो स्टेशन में बने शेल्टर में एक बच्ची को जन्म दिया। इसका नाम ‘मिया’ रखा गया है। महिला और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं। बमबारी के बीच लोग इसे उम्मीद की किरण बता रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह चमत्कार है कि कम सुविधाओं में भी इस बच्ची ने जन्म लिया।
मां ने कहा- मेरे लिए वह बेहद मुश्किल समय था। मैं बहुत तनाव में थी। लोग अब किसी भी अनहोनी से बचने के लिए हर वो संभव कोशिश कर रहे हैं, जो उनके वश में है।
हजारों लोग शहर छोड़कर दूसरे देशों में पलायन करते देखे जा सकते हैं। कार, बस, ट्रेनें और पैदल ही पोलैंड-हंगरी की तरफ निकल रहे हैं। कुछ लोग शेल्टर, अंडरग्राउंड सब-वे में रह रहे हैं। उम्मीद यही है कि जल्द सबकुछ सामान्य हो जाएगा।
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