मालदा। मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रक्त संकट दूर होता नजर नहीं आ रहा है। लगातार अस्पताल के ब्लड बैंक में खून की कमी से जिले के थैलेसीमिया के रोगियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। परिजनों को रक्त जुगाड़ने में पसीने छुट रहे हैं। शनिवार को मात्र एक यूनिट रक्त से अस्पताल चला। जहां अस्पताल को प्रतिदिन 70 यूनिट रक्त की जरूरत होती है, वहीं शनिवार को मात्र एक यूनिट ही रक्त था। सुबह से रोगियों के परिजनों को खून के लिए इधर-उधर भागते देखा गया। मांग के मुताबिक मालदा में रक्त की उपलब्धता नाम मात्र की ही है। जिले में उस तरह रक्तदान शिविर नहीं लग रहे हैं, जैसा लगना चाहिए। इसी कारण रक्त की भारी किल्लत है।
हालांकि इस बारे में अस्पताल के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। जिले के रक्तदान आन्दोलन से जुड़े स्वेच्छा सेवी संगठन के एक सदस्य ने बताया कि हम रक्तदान शिविर लगाना चाहते हैं लेकिन रक्तदाता स्वयं शिविर में नहीं आते। इस कारण अस्पताल में रक्त संकट उत्पन्न हुआ है।
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