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घर में रसोई गैस है तो बरतें सावधानी, जरा सी लापरवाही बन जाएगी जानलेवा, मालदा में झुलसे दंपत्ति

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मालदा। खाना बनाने के लिए रसोई गैस सबसे सुरक्षित मानी जाती है लेकिन, जरा सी लापरवाही हादसे का कारण बन सकती है। मालदा में भी घरेलू गैस सिलिंडर में आग लगने के कारण हुई तबाही बड़ा सबक दे गई है।
दरअसल मालदा के हबीबपुर थाना अंतर्गत बुलबुलचंडी ग्राम पंचायत के रईसमिल कालोनी क्षेत्र में रसोई गैस सिलेंडर का पाइप लीक होने से आग लग गई। इससे गुरुवार की रात भीषण आग लगने से दम्पति रूप से घायल हो गये।
सूत्रों के अनुसार गुरुवार की रात रइसमिल कॉलोनी क्षेत्र में सुकुमार सिंह के घर में खाना बनाते समय गैस सिलेंडर का पाइप लीक हो गया और देखते ही देखते आग ने सुकुमार सिंह के पूरे घर को चपेट में ले लिया। इस में सुकुमार सिंह और उनकी पत्नी पाटू सिंह आग में घायल हो गए। दंपती को इलाज के लिए मालदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया।
आग देखते ही स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना दमकल विभाग दी और खबर मिलते ही दमकल की दो गाड़ियां और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे। करीब दो घंटे की मशक्क्त के बाद आग पर काबू पा लिया गया गया। हालांकि इन सबके बीच अच्छी बात यह रही कई आग लगने के समय स्थानीय लोगों ने घर से गैस सिलेंडर निकालकर पास की नदी में फेंक दिया, नहीं हो और बड़ा हादसा हो सकता था।
लापरवाही से कितना बड़ा नुकसान हो सकता है, यह घटना इसका प्रमाण है।गैस सिलिंडर में लीकेज सहित अन्य कारणों के चलते आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। लिहाजा इन घटनाओं से सबक लेना चाहिए और गैस सिलिंडर का प्रयोग करने के दौरान सजगता बरतनी चाहिए। मुख्य अग्निशमन अधिकारीयों का कहना है किस गैस सिलिंडर को लेकर सदैव सतर्क रहें। प्राय: गैस लीकेज रबर ट्यूब या रेगुलेटर से होती है। रसोई गैस से आग लगने का यह प्रमुख कारण माना जाता है। एक्सपायरी सिलेंडर में फटने की सबसे बड़ी समस्या होती है। रसोई गैस का कनेक्शन लेते समय कंपनी रेगुलेटर देती है। ट्यूब खरीदनी पड़ती है। कंपनी के ट्यूब महंगे होने के कारण कुछ लोग बाजार से इसे खरीद लेते हैं जो जानलेवा साबित होती हैं। ट्यूब की अधिकतम लम्बाई डेढ़ मीटर होनी चाहिए। ट्यूब को मूड़ा न रहने दें। ट्यूब को बर्नर से दूर रखें। ट्यूब की सफाई गीले कपड़े से करें। ट्यूब को नोजल पर चढ़ाने के लिए साबुन पानी का प्रयोग न करें। नियमित ट्यूब की जांच करें। ट्यूब में दरार आने पर तत्काल बदल दें। गैस खत्म होने पर सिलेंडर से सावधानी से रेगुलेटर खोलें। भरे हुए सिलेंडर में सावधानी से रेगुलेटर लगाएं। खाना बनाने के समय ही रेगुलेटर को खोलें। काम नहीं होने पर रेगुलेटर को बंद कर दें। माचिस जलाने के बाद ही बर्नर का स्विच आन करें। गैस सिलिंडर को लेकर सदैव सतर्क रहें , ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।


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