योगी संग 48 मंत्री लेंगे शपथ, डिप्टी सीएम पर सस्पेंस बरकरार, पांच महिलाएं बनेंगी मंत्री, 22 पुराने मंत्री होंगे बाहर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश का कमान एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ संभालने जा रहे है। लखनऊ के लोक भवन में गुरुवार को हुई बैठक में योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास क्रमशः पर्यवेक्षक और सह-पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुए। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका भाजपा के पांच विधायकों, सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, राम नरेश अग्निहोत्री, सुशील शाक्य और नंद गोपाल नंदी ने समर्थन किया। गठबंधन सहयोगी निषाद पार्टी के संजय निषाद और अपना दल (एस) के आशीष पटेल ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया।
बाद में शाम को योगी आदित्यनाथ ने पार्टी और गठबंधन के नेताओं के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की और औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया। शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को इकाना स्टेडियम में होगा। इसमें पीएम मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और भाजपा शासित राज्यों के उपमुख्यमंत्री और विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे।
हालांकि उपमुख्यमंत्रियों के नाम पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है, लेकिन इकोनॉमिक्स टाइम्स ने सूत्रों के हवाले बताया कि पिछली कैबिनेट के कई मंत्रियों को बरकरार रखा जाएगा। ब्रजेश पाठक, श्रीकांत शर्मा, महेंद्र सिंह, सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंद गोपाल नंदी और संदीप सिंह को एक और मौका मिलने की संभावना है। कैबिनेट में नए चेहरों में बेबी रानी मौर्य, असीम अरुण और राजेश्वर सिंह के शामिल होने की संभावना है, जो शपथ लेने वाले 48 मंत्रियों में शामिल होंगे। 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो डिप्टी सीएम की घोषणा की थी। इस बार दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा मंच पर मौजूद थे, लेकिन योगी आदित्यनाथ या अमित शाह ने कोई घोषणा नहीं की।
विधायकों को संबोधित करते हुए नवनिर्वाचित सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नई सरकार वादों को पूरा करने के लिए एक टीम के रूप में काम करेगी। उन्होंने अपने नए सहयोगियों को आगाह करते हुए कहा, “यह जीत साबित करती है कि यूपी के लोगों ने वंशवादी राजनीति को खारिज कर दिया है और बिना किसी पूर्वाग्रह के लोगों के कल्याण के लिए काम करने वाली सरकार को प्राथमिकता दी है।”
अमित शाह ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा, “यह पहली बार है जब कोई मुख्यमंत्री यूपी में जनादेश जीतकर सत्ता में आया है और यह ऐतिहासिक है। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में नई सरकार पिछले पांच वर्षों में रखी गई विकास और सुशासन की मजबूत नींव को मजबूत करने का काम करेगी। नई सरकार यूपी को देश का नंबर एक राज्य बनाने का काम करेगी।”
इससे पहले विधायक दल की बैठक में यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह, यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और यूपी बीजेपी महासचिव सुनील बंसल शामिल हुए।
सिद्धार्थनाथ सिंह फिर बनेंगे मंत्री
सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के अनुसार योगी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे सिद्धार्थनाथ सिंह इस बार भी मंत्री बनाए जा सकते हैं। वहीं निषाद पार्टी के संजय निषाद के भी मंत्री बनाए जाने की खबर है।
भूपेंद्र सिंह और स्वतंत्र देव सिंह भी बन सकते हैं मंत्री
नंद गोपाल नंदी, भूपेंद्र सिंह, स्वतंत्र देव सिंह के भी मंत्री बनाए जाने की खबर है।
अपना दल के आशीष पटेल भी बनेंगे मंत्री
कपिल देव अग्रवाल, नितिन अग्रवाल, जेपीएस राठौर, अपना दल के आशीष पटेल, असीम अरुण भी मंत्री बनाए जा सकते हैं। कहा जा रहा है कि इन लोगों का नाम बीती रात राजभवन भेजी गई सूची में शामिल है।
दूसरे डिप्टी सीएम की रेस में ब्रजेश पाठक सबसे आगे
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश के दूसरे डिप्टी सीएम की रेस में ब्रजेश पाठक सबसे आगे बताए जा रहे हैं। वहीं पहले डिप्टी सीएम के रूप में केशव प्रसाद मौर्य का नाम लगभग तय है।
पांच महिलाएं बनेंगी मंत्री, 22 पुराने मंत्री होंगे बाहर
खबर है कि योगी के नए मंत्रिमंडल में पांच महिलाओं को जगह मिलेगी। इनमें अंजुला माहौर, बेबी रानी मौर्य, सरिता भदौरिया के नाम सामने आ रहे हैं। वहीं 22 पुराने मंत्रियों को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी जाएगी ऐसी खबरें हैं।
दिनेश शर्मा नहीं होंगे मंत्रिमंडल में शामिल!
उत्तर प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने की खबरें आ रही हैं। सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के अनुसार योगी 2.0 में दिनेश शर्मा को जगह नहीं मिलेगी।
सुनील बंसल ने कई विधायकों को भाजपा कार्यालय बुलाकर मुलाकात की महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने कई लोगों को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय बुलाकर मुलाकात की। इनमें नंद गोपाल नंदी भी शामिल रहे। सुनील बंसल ने कुछ विधायकों को भाजपा कार्यालय बुलाकर उन्हें समारोह के पास दिए। सुनील बंसल से मिलने के बाद नंद गोपाल नंदी सीएम आवास पहुंचे हैं।
मंत्रिमंडल से पूर्वांचल की जातीय सियासत को साधने की होगी कवायद
तमाम मिथक और रिकार्ड तोड़कर दोबारा सत्ता में आई प्रदेश की योगी सरकार के शुक्रवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह पर पूर्वांचल की खास निगाह टिकी है। कई सीटों के नुकसान के बाद अब यहां सरकार मंत्रिमंडल के जरिए पूर्वांचल की जातीय सियासत को भी साधने की पूरी कोशिश करेगी। फिलहाल पूर्वांचल के 10 जिलों से दस से ज्यादा विधायकों के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ शपथ लेने की उम्मीद है। इसमें वाराणसी के चार विधायकों में दो को कैबिनेट, एक को स्वतंत्र प्रभार और एक को राज्यमंत्री का तोहफा मिल सकता है।
उप मुख्यमंत्री की नहीं हुई घोषणा
भाजपा विधायक दल की बैठक में उप मुख्यमंत्री को लेकर घोषणा नहीं की गई है। 2017 में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी ने सरकार में सहयोग के लिए दो उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा था। उसके बाद केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था। गुरुवार को विधायक दल की बैठक में उप मुख्यमंत्री की घोषणा को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन पार्टी ने फिलहाल उप मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस बरकरार रखा है।
ये नए चेहरे भी पा सकते हैं मौका
अरविंद कुमार शर्मा, असीम अरुण, राजेश्वर सिंह, अश्वनी त्यागी, शलभमणि त्रिपाठी, राजेश त्रिपाठी, ब्रजेश सिंह रावत, दयाशंकर सिंह, राजेश चौधरी, दीनानाथ भास्कर, और प्रतिभा शुक्ला।
इन महिलाओं को भी मिल सकती है जगह
नीलिमा कटियार, गुलाब देवी, डॉ. सुरभि, अंजुला माहौर, केतकी सिंह, प्रतिभा शुक्ला, अनुपमा जायसवाल, अदिति सिंह और सरिता भदौरिया।
आशीष पटेल और संजय निषाद की भी चर्चा
योगी मंत्रिमंडल में अपना दल (एस) के आशीष पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। निषाद पार्टी और अपना दल से एक-एक राज्यमंत्री भी बनाया जा सकता है।
थोड़ी देर में अटल स्टेडियम पहुंचेंगे योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ शपथ ग्रहण की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कुछ ही देर में अटल स्टेडियम पहुंचेंगे। स्टेडियम में इस वक्त तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
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