मुंबई। अमरावती से सांसद नवनीत राणा आज मुंबई के भायकला जेल से रिहा हुई हैं। कल मुंबई के सेशंस कोर्ट ने उन्हें जमानत दी थी। वो हनुमान चालीसा विवाद के बाद 12 दिनों से जेल में थीं।
हालांकि, तबियत ज्यादा खराब होने के कारण वे घर की जगह मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल के लिए निकली हैं। नवनीत की रिहाई भले ही हो चुकी है, लेकिन उनके पति और तलोजा जेल में बंद विधायक रवि राणा को अभी शाम तक रिहाई का इंतजार करना होगा। उनका जमानती ऑर्डर जेल तक पहुंच चुका है।
अपने नेता की रिहाई की खबर से मुंबई से लेकर अमरावती तक उनके समर्थक जश्न में हैं। 23 अप्रैल से राजद्रोह के आरोप में राणा दंपती को गिरफ्तार किया गया था। दोनों की ओर से बोरीवली कोर्ट में गुरुवार को 50-50 हजार रुपए का बेल बॉन्ड जमा किया गया है। मजिस्ट्रेट की ओर से मिला रिहाई का आदेश लेकर दो टीमें भायखला और तलोजा जेल पहुंची हैं। बता दें कि नवनीत राणा को भायखला महिला जेल जबकि रवि राणा को तलोजा जेल में रखा गया था।
राणा समर्थकों ने शिवसेना ऑफिस में की तोड़फोड़
राणा दंपती के समर्थकों पर अमरावती में आरोप लगा है कि रिहाई की जानकारी मिलने के बाद देर रात कुछ लोग शराब के नशे में धुत्त होकर शिवसेना ऑफिस पहुंचे और वहां जमकर तोड़फोड़ की है। इस घटना को लेकर अमरावती पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मौके से पेट्रोल की बोतल भी बरामद हुई है, शिवसेना कार्यकर्ताओं का दावा है कि उपद्रवी उनके ऑफिस को आग लगाना चाह रहे थे।
राणा दंपती को माननी होंगी ये शर्तें
कोर्ट ने राणा दंपती को 50-50 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी है, लेकिन कई तरह की शर्तें भी लगाई हैं। बाहर आने के बाद राणा दंपती भविष्य में इस तरह का कोई और विवाद नहीं करेंगे। सुबूतों से किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं करेंगे और न ही इस पूरे मामले को लेकर कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाएंगे।
जेल में खराब हुई थी नवनीत राणा की तबियत
बुधवार को सांसद नवनीत राणा कुछ देर के लिए मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में रहीं। तबीयत खराब होने के बाद वो वहां पहुंची थी। अस्पताल में उनका सीटी स्कैन हुआ है और डॉक्टर ने उन्हें दवाइयां दी। अमरावती सांसद पिछले कुछ दिनों से पीठ में दर्द से परेशान थीं। इससे पहले उनके वकील ने तबीयत खराब होने को लेकर जेल प्रशासन को चिट्ठी लिखी थी और बाद में कोई रिस्पॉन्स न आने पर नाराजगी भी जाहिर की थी।
राणा दंपती पर यह है आरोप
लाउडस्पीकर विवाद के बाद राणा दंपती ने मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था। जिसके विरोध करने हजारों की संख्या में शिवसैनिक उनके घर बाहर जमा हो गए। वहीं भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया था। इसके बाद पुलिस ने राणा दंपती को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश कर 14 दिन के लिए जेल भेज दिया था। राणा दंपती पर IPC की धारा 15 ए, 353 के साथ बॉम्बे पुलिस एक्ट की धारा 135 के तहत FIR दर्ज हैं। इसके अलावा 124 ए यानी राजद्रोह का भी केस दर्ज किया गया है।
जाति प्रमाणपत्र मामले में सुनवाई टली
इधर महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा की याचिका पर SC में सुनवाई जुलाई के लिए टली। ये मामला उनके जाति प्रमाणपत्र से जुड़ा है। पिछले साल बॉम्बे HC ने उनका जाति प्रमाणपत्र खारिज किया था। अगर HC का आदेश बरकरार रहता है तो नवनीत कौर की संसद सदस्यता खतरे में पड़ जाएगी। बता दें कि नवनीत राणा इन दिनों हनुमान चालीसा विवाद को लेकर चर्चा में हैं।
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