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दो बेटियों के साथ बुजुर्ग ने फांसी का फंदा लगाकर की आत्महत्या, जानिए क्या है पूरा मामला

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बाड़मेर। थार का रेगिस्तान एक बार फिर सामूहिक आत्महत्या की घटनाओं से थर्रा गया है। पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में लगातार सामूहिक आत्महत्या की घटनाएं सामने आ रही है। हालांकि पुलिस और प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाकर इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाने की कोशिश तो की जा रही है, लेकिन उसके बावजूद इस प्रकार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है।
शुक्रवार अलसुबह बाड़मेर के सिणधरी थाना क्षेत्र के सनपा गांव में एक बुजुर्ग ने अपनी दो बेटियों के साथ फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है और मौके पर आसपास के लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है। सूचना पर पहुंची सिणधरी पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से शव पेड़ से नीचे उतारे हैं और आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार सणपा निवासी शंकराराम भील की एक बेटी का विवाह करीब 10 वर्ष पूर्व सरेचा गांव में किया गया था लेकिन पिछले कुछ समय से उसकी बेटी अपने पिता के घर रहती थी और कुछ दिन पहले एक प्रेमी के साथ कहीं चली भी गई थी जिसके बाद पुलिस के सहयोग से उसे वापस लाया गया और इस बात को लेकर सामाजिक स्तर पर पंचायती भी हुई।
सुआ को वापस ससुराल भेजने की बात को लेकर विवाद हो गया
2 दिन पहले शंकरा राम की बेटी सुआ को अपने साथ ले जाने वाले युवक को पुलिस ने पाबंद भी किया था और बीती रात को सुआ के भाई और उसके पिता शंकराराम के बीच सुआ को वापस ससुराल भेजने की बात को लेकर विवाद हो गया। जिस पर सिणधरी पुलिस भी मौके पर पहुंची थी और पुलिस रात को करीब 1 बजे इस परिवार को समझाइस के बाद वापस गई तो अलसुबह करीब 4 से 5 के बीच में शंकरा राम ने अपनी बेटी सुआ और एक 15 वर्षीय बेटी धुड़ी के साथ घर पर थोड़ी दूरी पर खेजड़ी के पेड़ पर फांसी लगा ली।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले को लेकर जांच कर रही
गौरतलब है कि शंकराराम के एक और 22 वर्षीय पुत्र मेलाराम ने करीब 6 माह पूर्व फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी फिलहाल पुलिस पूरे मामले को लेकर जांच कर रही हैं और परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।


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