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एक गला काटता रहा, दूसरा वीडियो बनाता रहा : उदयपुर में टेलर का मर्डर रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस, फांसी तय

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उदयपुर। ‘इसे देखना बहुत ही भयानक है, मेरी सलाह है कि कृपया वीडियो न देखें।’ ये बयान राजस्थान पुलिस का है। इस बयान में जिस वीडियो का जिक्र है, वो उदयपुर के टेलर कन्हैया लाल की नृशंस हत्या का है। 28 जून की दोपहर रियाज और गौस नाम के शख्स कपड़ा सिलाने के बहाने पहुंचे और कन्हैया लाल का गला काट दिया। बर्बर हत्या और बाद में हत्या की जिम्मेदारी लेने का वीडियो भी बनाया।
फिलहाल रियाज और गौस राजस्थान पुलिस की गिरफ्त में हैं। राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि इन्हें चार दिन में फांसी पर लटकाया जाए। भास्कर एक्सप्लेनर में हम बताएंगे कि उदयपुर में हुई टेलर की नृशंस हत्या क्यों ‘रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ केस है। इस मामले में रियाज और गौस को फांसी मिलना क्यों तय है?
रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ कैसे तय होता है?
रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस की कोई परिभाषा नहीं है, लेकिन ऐसे मामले जिनमें विक्टिम को कोई मौका दिए बिना, पूर्व नियोजित, क्रूर, निर्दयी तरीके से हत्या हो और अपराध की घिनौनी प्रकृति नजर आए, वो अपराध रेयरेस्ट ऑफ रेयर की कैटिगरी में आता है।
रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस को समझने के लिए दैनिक भास्कर ने सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता से बात की। विराग ने इसे समझाते हुए कहा, ‘भारत में हत्या के मामलों में आजीवन कारावास या मौत की सजा का प्रावधान है। लेकिन मौत की सजा के लिए रेयरेस्ट ऑफ रेयर श्रेणी बनी।’
विराग ने कहा, ‘अपराध शास्त्र में सबसे महत्वपूर्ण मेंस रिया है। ये एक लीगल टर्म है, जो किसी व्यक्ति के अपराध करने के इरादे को दिखाता है। इसे आसान भाषा में समझें तो कोई व्यक्ति सोच-समझकर आपराधिक मानसिकता से हत्या को अंजाम देता है, इसका मतलब है कि व्यक्ति को अपने अपराध की पूरी जानकारी थी।’
उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद रियाज और गौस ने सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट करते हुए हत्या की जिम्मेदारी ली और हथियार भी लहराए। उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद रियाज और गौस ने सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट करते हुए हत्या की जिम्मेदारी ली और हथियार भी लहराए।
उदयपुर के हत्यारों को फांसी मिलना तय क्यों है?
विराग गुप्ता का कहना है, ‘उदयपुर में की गई टेलर कन्हैया लाल की हत्या रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस में आती है, क्योंकि आरोपियों ने पहले धमकी दी, फिर नृशंस हत्या की, हत्या का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया में पोस्ट किया। ये दिखाता है कि जानबूझकर आपराधिक मानसिकता के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। इसके अलावा इस घटना ने सामाजिक ताने-बाने पर बड़ा आघात पहुंचाया है। लोग इस बर्बर हत्या से स्तब्ध है, इसलिए भी ये रेयरेस्ट ऑफ रेयर है।’
उदयपुर घटना के हत्यारों को फांसी की सजा इसलिए भी हो सकती हैं, क्योंकि इस घटना को आतंकी वारदात माना जा रहा है। सरकार इसे आंतकी घटना मान रही है और इसीलिए इसकी जांच NIA को सौंपी गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुफिया एजेंसिया इसे ‘इस्लामिक आंतकवाद’ की तरह देख रही हैं।


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