Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

सीएम ममता ने  बीजेपी को दी चेतावनी, कहा-बंगाल की खाड़ी के मगरमच्छ जाएंगे निगल, टाइगर खा जाएगा, यहां रहती हैं रॉयल बंगाल शेरनी

- Sponsored -

- Sponsored -


कोलकता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी द्वारा राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार करने और छापेमारी पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला हैं। सोमवार को बंगविभूषण कार्यक्रम के दौरान पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी पर पार्टी और सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के धमकाने की कोशिश नहीं करें। वह किसी से नहीं डरती हैं, बंगाल में रॉयल बंगाल शेरनी रहती है, बंगाल आने की कोशिश की, तो बंगाल मगरमच्छ निगल जाएंगे।
बता दें कि मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद राज्य की राजनीति गरमाई हुई है। सीएम ममता बनर्जी ने साफ कहा कि वह अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगी। दोषी साबित होने पर आजीवन कारावास की सजा भी दी जाती है, तो भी उन्हें स्वीकार है।
ममता ने कहा-बंगाल की खाड़ी के मगरमच्छ जाएंगे निगल, टाइगर खा जाएगा
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र लड़ाई नहीं कर पाया। वह धमकी देते हैं कि महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़, झारखंड और फिर बंगाल की बारी है। उन्होंने कहा कि यहां आने की कोशिश भी नहीं करें। यदि यहां आने की कोशिश करेंगे, तो बंगाल की खाड़ी पार करना होगा और वहां के मगरमच्छ आपको निगल जाएंगे। सुदंरबन के रॉयल बंगाल टाइगर खा जाएंगे। यदि आप उत्तर बंगाल से आएंगे, तो वहां के हाथी तुम्हें ऊपर से लुढ़का देंगे। उन्होंने साफ कहा कि वह किसी से नहीं डरती हैं। बंगाल में रॉयल बंगाल शेरनी रहती हैं।
पश्चिम बंगाल में एसएससी घोटाले के मामले को लेकर राजनीति बेहद गर्मा गई है। घोटाले में कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद अब ममता बनर्जी ने मामले पर चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दोषी हो तो उसे सजा मिलनी चाहिए। ममता ने सख्त रवैया दिखाते हुए कहा कि, कोई फर्क नहीं पड़ता अगर उम्र कैद भी हो जाए तो।
उनके पास कीचड़ है तो हमारे पास अलकतरा
हालांकि, पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को ममता ने बीजेपी की साजिश बताया। उन्होंने, आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पास कीचड़ है तो हमारे पास अलकतरा जिसका दाग नहीं धुलता। वहीं, ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि, देश में कई ऐसे बड़े घोटाले भी हैं जिसका हल आज तक नहीं निकल पाया है। किसी मामले में ट्रायल के दौरान ही आरोपी की मौत हो गई तो वहीं कुछ केस में फैसला आने में दशक बीत गए।
 भुवनेश्वर लेकर जाकर चिकित्सा कराने पर उठाये सवाल
ममता बनर्जी ने मंत्री पार्थ चटर्जी का भुवनेश्वर लेकर जाकर चिकित्सा कराने और मेडिकल जांच कराने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि ईएसआई अस्पताल, कमांड अस्पताल और भुवनेश्वर का एम्स अस्पताल क्यों ले जाया गया, केवल उन्हीं अस्पतालों में क्यों ले जाया जा रहा हैं, जो केंद्र सरकार के अधीन है.. उन्होंने कहा कि क्या यह बंगाल का अपमान नहीं है।  एसएसकेएम अस्पताल बंगाल का नंबर एक अस्पताल है, लेकिन उन्हें लगता है कि केंद्र सरकार के अलावा सभी चोर है और केंद्र सरकार निर्दोष है। वह जानती हैं कि देश की न्यायपालिका के क्या हालात हैं..भाजपा उन्हें भी प्रभावित करती है।  ममता बनर्जी ने साफ कहा कि वह अन्याय का समर्थन नहीं करती हैं। जिस तरह से रेप जैसे मामले की जांच फास्ट ट्रैक कोर्ट से होती है।  उसी तरह से इस तरह के मामले की सुनवाई भी तीन माह के अंदर हो।
पार्थ को कोलकाता लेकर पहुंची ईडी की टीम
बता दें, भर्ती घोटाले मामले में आरोपी पार्थ चटर्जी को आज प्रवर्तन निदेशालय की टीम भुवनेश्वर से कोलकाता लेकर पहुंची है। पार्थ और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी 3 अगस्त तक ईडी हिरासत में रहेंगे। बता दें, अर्पिता मुखर्जी के घर पर छापेमारी के दौरान ईडी को 20 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी जिसके बाद पूछताछ में उन्होंने बताया कि ये राशि पार्थ चटर्जी की है. अर्पिता मुखर्जी पर आरोप है कि उन्होंने 12 शैल कंपनियों में पैसा लगाया था।  पार्थ चटर्जी के वकील ने अदालत में कहा कि मंत्री को बिना समन गिरफ्तार किया गया है।
ईडी के अब तक ये पता चला…
वहीं, ईडी के मुताबिक उन्हें पार्थ चटर्जी और अर्पिता चटर्जी की संयुक्त संपत्ति से जुड़े दस्तावेज मिले हैं. ईडी ने बताया कि ये संपत्ति पार्थ ने 2012 में खरीदा थी।  बताया जा रहा है कि, नकद राशि भी एक-दो दिन में उसके घर से बाहर ले जाने की योजना थी।  साथ ही पार्थ चटर्जी का अर्पिता चटर्जी के साथ नियमित संपर्क रहा है ये सारा खुलासा उनके फोन कॉल से पता चला है।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.