शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में उठने लगी है सीएम ममता के इस्तीफे की मांग, संगठनों ने शुरू किया आंदोलन
जलपाईगुड़ी। बहुचर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले और भ्रष्टाचार की आंच अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक पहूंचने लगी है। हालांकि उन्होंने साफ़ कर दिया है कि वह किसी प्रकार के भ्रटाचार का समर्थन नहीं करती है, लेकिन दूसरी तरफ उनके इस्तीफे की मांग जोर पकड़ने लगी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तत्काल इस्तीफे की मांग में ग्रेटर लेफ्ट यूनिटी ने आंदोलन शुरू कर दिया है। ग्रेटर लेफ्ट यूनिटी की ओर से भ्रष्ट राज्य सरकार को हटाने की मांग के लिए मंगलवार से यह आंदोलन शुरू किया गया।
संगठन के सदस्यों ने आज टेट, एसएससी सहित शिक्षकों की भर्ती में विभिन्न भ्रष्टाचारों में शामिल तृणमूल नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की। इसे लेकर वामपंथी समर्थकों ने जलपाईगुड़ी शहर के केंद्र कदमतला मोड़ पर विरोध प्रदर्शन किया। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता माकपा नेता रानागोपाल भट्टाचार्य ने किया।
सीपीएम नेता वाम मोर्चा के संयोजक सलिल आचार्य ने कहा कि भ्रष्ट सरकर को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है, इसलिए मुख्य्मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।। इस प्रदर्शन मे विपुल सान्याल, जिला सचिव मंडोली सदस्य कौशिक भट्टाचार्य, भाकपा-माले की ओर से सुभाष दत्ता, शिक्षक नेता व सीपीएम के जलपाईगुड़ी जिला समिति सदस्य बिप्लब झा, आरएसपी कृषक मोर्चा के नेता विनय बर्मन व अन्य नेता उपस्थित हुए।
सभी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई को लड़ने के लिए आम लोगों को सड़कों पर उतरने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने कहा कि नौकरी के उम्मीदवारों की ओर से वाम मोर्चा राज्यसभा सांसद विकास रंजन भट्टाचार्य द्वारा कलकत्ता उच्च न्यायालय में मामला दायर किया गया है, इसलिए एसएससी भ्रष्टाचार की जांच चल रही है। इस सरकार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर वामपंथी पूरे जिले और पूरे राज्य में तीव्र आंदोलन के रास्ते पर चलेंगे।
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