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मदरसे में भी सामने आया शिक्षकों की नियुक्ति में घोटाले का मामला, कन्याश्री और मिड-डे मिल में भी भ्रष्टाचार, लोगों ने शुरू किया प्रदर्शन

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मालदा।  राज्य में जारी शिक्षक भर्ती घोटाले के बीच मालदा के एक मदरसे में भी छह शिक्षकों की नियुक्ति में घोटाले का मामला सामने आया है। आरोप है कि मदरसा प्रबंधन के द्वारा लाखों रुपये शिक्षकों की नियुक्ति के लिए गए है, जिसको शिक्षकों के द्वारा भुगतान करने के बाद उनको काम पर रखा गया है। आरोप यह भी है कि कटमनी देने वाली विवाहित महिलाओं को भी कन्याश्री योजना का लाभ मिल जा रहा है।  साथ ही मिड डे मिल में भी भीषण भ्रष्टाचार चल रहा है। मालदा के हरिश्चंद्रपुर में मिलनगढ़ सज्जादिया हाई मदरसा के अधिकारियों के खिलाफ ऐसी कई शिकायतें की गई हैं। इन  भ्रष्टाचारों के आरोपों को लेकर आज हजारों निवासियों ने मदरसे को घेर लिया और विरोध करने लगे। इस घटना को लेकर इलाके में तनाव फैल गया। खबर मिलते ही इलाके में भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची।
हरिश्चंद्रपुर-2 पंचायत समिति के शिक्षा अधिकारी मोनिरुल आलम ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सूत्रों के अनुसार मदरसा प्रबंधन समिति कांग्रेस के नियंत्रण में है। राज्य में एक दूसरे का कट्टर विरोधी  तृणमूल और बीजेपी ने यहाँ मिलकर मदरसा प्रबंधन समिति के खिलाफ प्रदर्शन की शुरुआत की है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक उस मदरसे में पिछले कुछ महीनों में 6 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि सिर्फ 6 लोग ही नहीं, इलाके के कम से कम 20 लोगों से 8 से 10 लाख रुपये लिए गए हैं।  हालांकि मदरसा अधिकारियों का दावा है कि वे अदालत के निर्देश अनुसार काम कर रहे है।
लेकिन लोगो का आरोप है कि उन्होंने मदरसे में संगठित होकर काम किया और कोर्ट में जाकर अपनी कमेटी का गठन किया। स्थानीय लोगों ने कई बार मदरसा अधिकारियों से इस संबंध में दस्तावेज मांगे हैं, लेकिन उन्हें उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। इसके अलावा पिछले छह वर्षों से कोई चुनाव नहीं हुआ है। नतीजतन, प्रदर्शनकारियों का दावा है कि समिति अवैध है। स्थानीय लोगों की भी शिकायत है कि हायर सेकेंडरी मदरसे में छात्रों की संख्या करीब 1800 है। उनसे बिना सरकारी नियमों का पालन किए अतिरिक्त शुल्क वसूल किया जा रहा है। जिसकी गिनती नहीं है। मिड डे मील की मात्रा भी कम दी जा रही है। आरोप है कि कमेटी के सचिव व कार्यवाहक प्रधानाध्यापक मिलीभगत से भ्रष्टाचार कर रहे हैं।


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