जलपाईगुड़ी। सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ के जयकारों से जलपाईगुड़ी शहर गुंजायमान हो रहा है। सावन में कांवड़ यात्राओं का दौर भी देखने को मिल रहा है। जलपाईगुड़ी में जलपेश में भगवान भोले का भव्य मंदिर है और इस तीर्थ स्थल में लाखो भक्त पहुंचते है। इस बीच जलपाईगुड़ी में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिली है। मुस्लिम समाज की ओर से कांवड़ यात्रियों का स्वागत किया जा रहा है, बल्कि उनके पैरों पर शीतल पेय जल चढ़ाया जा रहा है। मुस्लिम समाज के लोग भी कांवड़ियों की सेवा करके सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दे रहे हैं।
आपको बता के कि जलपाईगुड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पहाड़पुर मोड़ पर हाल ही में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। मुस्लिम परिवार के लोग जलपेश तीर्थयात्रियों के चरणों में शीतल पेय चढ़ाते हुए देखे गये। सिर्फ इतना ही नहीं, वे कावरियों के पैरों पर वोलेनी स्प्रे करते हुए भी दिखाई दिए।
पिछले कुछ दिनों में भारत में कांवड़ यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर समय-समय पर हिंसा देखने को मिली है। परन्तु वहीँ जलपाईगुड़ी में प्रदायिक सौहार्द का नया नजारा देखने को मिला। दूर-दूर से जलपेश जाने वाले तीर्थयात्री पैदल ही जलपेश जा रहे हैं, कई थके हुए होते हैं। कुछ लोगों को चलते समय पैरों में दर्द होने लगता है, ऐसे में कांवड़ियों की सेवा के लिए एक मुस्लिम परिवार खड़ा नजर आया। वोलेनी स्प्रे लेकर खड़े मुस्लिम परिवार हर तीर्थयात्री के चरणों में स्प्रे करता नजर आया। कोल्ड ड्रिंक और पेयजल भी बांटी जा रही है।
उस परिवार के एक सदस्य मोहम्मद मुइनुल ने कहा, ”मेरे परिवार के अलावा दोस्त भी आगे आए हैं। हाल के दिनों में जो हिंसा देखने को मिल रही हैं, यदि हम एक दूसरे के धर्म का सम्मान करें तो देश का कल्याण होगा। देश का कल्याण ही सबका कल्याण है।’ मुइनुल ने कहा, ”बच्चों को छोटी उम्र से ही ताजातरीन पाठ पढ़ाया जाना चाहिए।’
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