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अंकिता भंडारी : रिसोर्ट में चल रहे गंदे काम में नहीं हुई शामिल तो बिगड़ैल औलादों ने ले ली जान

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देहरादून। 19 साल की एक मासूम पहाड़ की बेटी अंकिता भंडारी, जो आंखों में कुछ बनने और परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए नौकरी की तलाश में थी। अपने दोस्त से नौकरी तलाशने की मदद मांगी, दोस्त ने एक रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी तलाशी। जिसके बाद युवती ने रिजॉर्ट में नौकरी करना शुरू किया। लेकिन मात्र 23 दिन में ऐसा रिजॉर्ट के अंदर क्या हुआ कि युवती का मर्डर हो गया। पुलिस इस पूरे मामले में अपने सवालों के जबाव तलाशने में जुट गई है। लेकिन सोशल मीडिया में जिस तरह युवती के शुभचितंक सबूत दिखा रहे हैं, उससे साफ है कि युवती ने रिजॉर्ट में चल रहे गंद काम में हत्यारों का साथ नहीं दिया तो बिगडैल औलादों ने उसकी जान ले ली।
28 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट में नौकरी ज्वाइन की थी
पौड़ी की रहने वाली अंकिता भंडारी मर्डर केस में अब तक जो भी खुलासे हुए हैं। उसमें एक सबसे बड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, वह है रिजॉर्ट में हो रहे गलत काम को लेकर अंकिता का आरोपियों के साथ शामिल न होना। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अंकिता भंडारी ने 28 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट में नौकरी ज्वाइन की थी। उनके पिता अपनी बेटी को यहां खुद छोड़कर आए थे। 10 हजार रूपए सैलरी और खाना, पीना फ्री। रिजॉर्ट के ओनर ने उन्हें यही सैलरी और ये सब कुछ ऑफर किया। अंकिता ने नौकरी ज्वाइन कर लिया, तो पिता बेटी को छोड़कर घर चले गए। पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी तो अंकिता ने मजबूरी में नौकरी करने को हामी भर दी। इसके बाद अंकिता ने रिजॉर्ट में ही रहकर अपना काम शुरू कर दिया।
अंकिता ने बताया था कि वह फंस गई है
अंकिता का एक फेसबुक दोस्त जम्मू में नौकरी करता था, जो कि अंकिता से अक्सर फोन पर बातचीत करता रहता था। इससे अंकिता हर बात शेयर करती थी। इसी दोस्त ने ऑनलाइन नौकरी तलाश की थी। अंकिता के इस दोस्त ने मीडिया को दिए बयान में बताया कि घटना की रात अंकिता से उसकी बात हुई थी। दावा है कि अंकिता ने बताया था कि वह फंस गई है। अंकिता के दोस्त ने पुलिस को बताया है कि अंकिता ने उससे कहा था कि रिजॉर्ट संचालक और मैनेजर ने उस पर ग्राहकों से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। साथ ही बताया कि पुलकित आर्य ने अंकिता के साथ नशे में छेड़कानी भी की।
पिता की घर चलाने में मदद करना चाहती थी
घटना के दिन रात 8 बजकर 30 मिनट पर अंकिता का फोन बंद हुआ। इसके बाद अगले दिन बात नहीं हुई तो वह ऋषिकेश पहुंचा जिसके बाद घटना का खुलासा होता गया। अंकिता एक मिडिल क्लास घर की बेटी थी। जो कि अपने पिता की घर चलाने में मदद करना चाहती थी। पिता की कोविड में नौकरी चली गई।

उसको अपनी जान गंवानी पड़ी
अंकिता ने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया हुआ था। दोस्त के सहारे रिजॉर्ट में नौकरी करने आ गई। लेकिन 23 दिन में ही रिजॉर्ट के अंदर चल रहे गलत काम को लेकर वह डर गई और जब उसके साथ भी कुछ ऐसा होने लगा तो उसने मालिक को रिजॉर्ट के अंदर चल रहे गलत काम को सबके सामने लाने की धमकी दी। जिसकेे बाद उसको अपनी जान गंवानी पड़ी।
पुलकित हमेशा से ही विवादों में रहा
जिस रिजॉर्ट में अंकिता काम करने आई थी और जो इस पूरे घटना का मुख्य आरोपी है, वह है उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद आर्य का बेटा पुलकित आर्य। इस मामले में पुलकित आर्य के साथ रिसॉर्ट मैनेजर 35 वर्षीय सौरभ भास्कर और 19 वर्षीय कर्मचारी अंकित गुप्ता को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलकित हमेशा से ही विवादों में रहा है। पुलकित का पिता डॉक्टर विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य सत्ता के करीबी रहे हैं। पुलकित पर बीएएमएस की पढ़ाई गलत तरीके से पास करने का आरोप भी है। इसके साथ ही पुलकित पर उत्तराखंड सरकार लिखी कार पर कार लेकर पहाड़ों से कीड़ा जड़ी लाने का आरोप लग चुका है।


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