Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

रूस-यूक्रेन के मानवाधिकार संगठनों और बेलारूस के मानवाधिकार कार्यकर्ता को नोबेल शांति पुरस्कार

- Sponsored -

- Sponsored -


ओस्लो। दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार का ऐलान हो गया है। भारत से फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर और प्रतीक सिन्हा इस दौड़ में शामिल थे। लेकिन दोनों में से किसी को भी नोबल पुरस्कार नहीं मिला है। नॉर्वे की नोबेल कमेटी ने 2022 में शांति पुरस्कार के लिए बेलारूस के मानवाधिकार अधिवक्ता एलेस बालियात्स्की (Ales Bialiatski) का नाम चुना है। इसके साथ ही रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और यूक्रेनी मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को यह पुरस्कार मिला है।
द नोबेल प्राइज की ओर से कहा गया, ‘नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अपने देश में नागरिक समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कई वर्षों तक नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने और बढ़ावा देने के लिए सत्ता की आलोचना की है। उन्होंने युद्ध अपराधों, मानवाधिकारों के हनन और सत्ता के दुरुपयोग का दस्तावेजीकरण करने के लिए एक उत्कृष्ट प्रयास किया है। इसके साथ ही वे शांति और लोकतंत्र के लिए नागरिक समाज के महत्व को प्रदर्शित करते हैं।’
अमेरिका में साड़ी पहनने वाली हिंदू महिलाओं को बनाता था निशाना, 14 पर किया हमला, काटनी पड़ सकती है 63 साल की जेल
1895 से दिया जा रहा है नोबेल पुरस्कार
भारत के प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर के अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन, म्यांमार की राष्ट्रीय एकता सरकार, बेलारूस की विपक्षी नेता सवितलाना भी इस पुरस्कार की दौड़ में शामिल थे। नोबेल शांति पुरस्कार की स्थापना 1895 में स्वीडन के केमिस्ट अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर शुरू किया गया था। अल्फ्रेड नोबेल ने डयनामाइट की खोज की थी। नोबेल शांति पुरस्कार दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है। मानवता के लिए काम करने वालों को यह पुरस्कार दिया जाता है।
पाकिस्‍तान, कतर…भारतीय मुसलमानों पर हाय-तौबा और उइगर मुस्लिमों पर चुप्पी! UN में खुली इस्लामिक देशों की पोल
इन्हें भी मिला 2022 में पुरस्कार
साल 2022 के लिए नोबेल पुरस्कार का ऐलान सोमवार से शुरू हुआ। मंगलवार को भौतिकी के क्षेत्र में तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से ये पुरस्कार दिया गया। उन्होंने इस बात की खोज की थी कि छोटे कण अलग होने पर भी एक दूसरे से संबंध बनाए रखते हैं। बृहस्पतिवार को स्वीडिश अकादमी ने इस साल साहित्य के नोबेल पुरस्कार फ्रांसीसी लेखिका एनी एरनॉक्स को दिया गया। 10 अक्टूबर को अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.