सिलीगुड़ी। दुर्गा पूजा की समाप्ति के बाद विभिन्न जिलों से सिलीगुड़ी आये ढाकिये अब घर लौटने लगे हैं। पूजा से पहले ढाकिये का दल विभिन्न जिलों से सिलीगुड़ी आते हैं। सिलीगुड़ी पहुंचने के बाद ये सभी शहर के ऐतिहासक टाउन स्टेशन में शरण लेते हैं। इन ढाकिये ने बताया कि पिछले दो साल में कोरोना की वजह से उन्हें काफी आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन इस साल पूजा में उनकी अच्छी कमाई हुई। बावजूद इसके उन्होंने तरह-तरह की दिक्क्तों का सामना करना पड़ा। वे पूजा के पांच दिनों तक पूजा पंडाल में समय बिताते हैं।
मालदा से यहाँ आये कई ढाकिये ने कहा कि पिछले 30 वर्षों से उनके पूर्वज और फिर वे पूजा के दौरान हर साल सिलीगुड़ी टाउन स्टेशन पर आते थे। आर्डर मिलने तक वे सभी यहां समय बिताते हैं। उन्होंने कहा पहले उन्हें यहाँ किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती थी, लेकिन रेलवे स्टेशन का कार्यालय बदलने के कारण पुराने स्टेशन पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। छतें टूट गयी है, चारो ओर कचरा फैला है। बारिश होने पर स्थित और भयावह हो जाती है। उन्होंने प्रशासन से ढाकियों के यहाँ ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था करने की मांग की।
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