Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

आखिर क्यों रश्मिका मंदाना को पैरेंट्स से कहना पड़ा- मेरी जिंदगी को कंट्रोल करने की कोशिश मत करो?

- Sponsored -

- Sponsored -


 

साउथ इंडियन सेंसेशन और नेशनल क्रश बन चुकीं रश्मिका मंदाना ने डायरेक्टर विकास बहल की फिल्म ‘गुडबाय’ से बॉलीवुड में डेब्यू कर लिया है। फिल्म की कहानी मां-बाप और उनके बच्चों की बॉन्डिंग और उनकी सोच के बीच के अंतर को दिखाती है। हाल ही में एक बातचीत में रश्मिका ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में बात की और बताया कि कैसे उन्हें अपने काम और फैमिली के बीच एक लकीर खींचनी पड़ी। उनकी मानें तो उन्होंने तो अपने पैरेंट्स को तक कह दिया है कि वे उनकी लाइफ को कंट्रोल करने की कोशिश ना करें।
फर्क नहीं पड़ता कि आपकी फैमिली क्या करती है
रश्मिका ने एक एंटरटेनमेंट न्यूज वेबसाइट से बातचीत में कहा, “एक वक्त था, जब मेरी मां सोचती थी कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर हमारा कंट्रोल होता है। हम जो चाहते हैं, इंडस्ट्री में वह कर सकते हैं। उन्होंने ऐसा सुन रखा था, जो कि सही नहीं था। इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपकी फैमिली क्या करती है। आप एक्टर हैं, आप आर्टिस्ट हैं। आप एक चेहरा हैं, इसलिए सब आप पर निर्भर करता है।”
पैरेंट्स को समझाने के लिए संघर्ष करना पड़ा
रश्मिका की मानें तो उन्हें अपने पैरेंट्स को यह बात समझाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा कि वे फिल्म इंडस्ट्री से नहीं हैं, इसलिए उन्हें उनके काम में दखल नहीं देना चाहिए। वे कहती हैं, “अब हम समझ गए हैं कि आप इंडस्ट्री से नहीं हैं, इसलिए आप अपने आपको इसमें शामिल मत करो। क्योंकि आप इतना सब नहीं झेल सकते। आप कुर्ग से हो, हमारे पास इतना बड़ा दिमाग नहीं है। आप लोग अपनी जिंदगी जियो, इसे गंवाओ मत। आप आराम से सुखी जीवन जीते हैं। मुझे अपना काम करने दो, क्योंकि मैं एक कलाकार हूं। यह मेरी जिंदगी है, यह मेरा सफ़र है।”
‘मुझे अपनी पसंद का काम करने दो’
रश्मिका के मुताबिक़, उन्होंने अपने पैरेंट्स से कहा, “देखिए मुझे अपनी पसंद का काम करने दें। मेरी जिंदगी को कंट्रोल करने की कोशिश ना करें। क्योंकि दुनिया वैसी नहीं है, जैसी आप सोचते हैं। यह बहुत बड़ी है, बेहद कठिन है। इसलिए मुझे एक बेटी और एक कलाकार होने के नाते उन्हें यह चीज सिखानी पड़ी।” रश्मिका ने बताया कि उनकी फैमिली कुर्ग में छोटे से समाज में रहती है और बड़े पैमाने पर एक आश्रित जिंदगी जीती है। इसलिए वे फिल्म इंडस्ट्री की हकीकत के लिए तैयार नहीं थे। बकौल रश्मिका, “यह हम सबके लिए एक सफ़र और सबक है।”


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.