बीदर। कर्नाटक के चित्तगुप्पा तालुक के एक गांव में शुक्रवार(4 नवंबर) देर रात एक ऑटो रिक्शा और ट्रक की आमने-सामने की टक्कर में 7 महिलाओं की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। ये महिलाएं मजदूर थीं। वे ऑटो-रिक्शा में काम करके घर लौट रही थीं, तभी बेमालाखेड़ा सरकारी स्कूल के पास ट्रक से टकरा गई। पुलिस ने बताया कि उनकी पहचान पार्वती (40), प्रभावती (36), गुंडम्मा (60), यदम्मा (40), जगम्मा (34) ईश्वरम्मा (55) और रुक्मिणी बाई (60) के रूप में हुई है। घायल हुए 11 लोगों में दोनों वाहनों के चालक भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि इनमें से दो की हालत गंभीर है। एक मामला दर्ज किया गया है।
कुछ दिन पहले हासन में हुआ था बड़ा हादसा
कुछ दिन पहले कर्नाटक के हासन जिले में एक टेंपो और केएमएफ दूध के वाहन की आमने-सामने की टक्कर में 9 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वाले सुब्रमण्य और हसनंबा मंदिर से दर्शन कर घर लौट रहे थे। तभी उनकी टेंपो अर्सीकेरे तालुका के गांधीनगर के पास दूध के वाहन से टकरा गई थी। हादसा इतना भीषण था कि टेम्पो के परखच्चे उड़ गए थे।
अगस्त में बीदर में हुआ था बड़ा हादसा
बीदर जिले में अगस्त में भी हुआ था बड़ा हादसा, जब हैदराबाद-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर बांगुर चेक पोस्ट के पास 15 अगस्त को पांच लोगों की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हुए थे। मृतकों की पहचान हैदराबाद में हेड कांस्टेबल 45 वर्षीय जी गिरिधर, 36 वर्षीय उनकी पत्नी अनीता, 2 साल के बेटे मयंक, उनकी भाभी की बेटी 15 वर्षीय प्रियंका और कार चालक जगदीश 35 के रूप में हुई थी। ये सभी हैदराबाद शहर के बेगमपेट के रहने वाले थे। चार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मयंक ने मन्नाखल्ली अस्पताल में दम तोड़ दिया। गिरिधर का 12 वर्षीय पुत्र हर्षवर्धन बाल-बाल बच गया था। बीदर पुलिस के अनुसार, पीड़ित कलबुर्गी जिले के अफजलपुर तालुक के देवल गणगपुर में दत्तात्रेय मंदिर में दर्शन कर हैदराबाद लौट रहे थे। पुलिस ने बताया कि जिस कार में पीड़ित यात्रा कर रहे थे, वह एक कंटेनर ट्रक से जा टकराई थी। गिरिधर के परिजन रजिता, सरिता, शालिनी और सरला गंभीर रूप से घायल हो गए।
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