जम्मू। सीमा की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ जवानों ने एक बार फिर अपनी सतर्कता दिखाते हुए पाकिस्तान सीमा से भारतीय सीमा में घुसपैठ के दो बड़े प्रयासों को नाकाम बना दिया है। घुसपैठ के ये दोनों प्रयास अंतरराष्ट्रीय सीमा पर किए गए। जम्मू संभाग में भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे अरनिया सेक्टर से भारतीय सीमा में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे एक पाकिस्तानी घुसपैठियो को जहां सीमा सुरक्षाबल के जवानों ने मार गिराया वहीं जिला सांबा के रामगढ़ सेक्टर से घुसपैठ का प्रयास कर रहे पाकिस्तानी घुसपैठिये को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि उसके कब्जे से कोई आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई है। परंतु घुसपैठ की इन दो अलग-अलग कोशिशों के बाद बीएसएफ जवानों ने सीमा से सटे इलाकों में तलाशी अभियान चलाया हुआ है।
बीएसएफ अधिकारी ने घुसपैठ के दोनों प्रयासों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पहली घुसपैठ अरनिया सेक्टर में जबोबाल पोस्ट के नजदीक रात करीब 2.30 बजे के करीब की गई। सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों ने रात के अंधेरे में सीमा पार हलचल देखे जाने के बाद घुसपैठिये को कई बार चेतावनी दी परंतु जब उसने चेतावनी के बाद भी भारतीय सीमा की ओर बढ़ना जारी रखा तो तारबंदी के नजदीक आते ही जवानों ने फायरिंग कर उसे वहीं ढेर कर दिया। घुसपैठिये का शव अभी भी तारबंदी के उस पार साफ दिख रहा है। पाकिस्तानी सेना ने शव को अभी तक अपने कब्जे में नहीं लिया है। मारा गया घुसपैठिया आतंकी था या फिर कोई ओर इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।
दूसरी घुसपैठ का प्रयास जिला सांबा में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे रामगढ़ सेक्टर में हुआ। यहां घुसपैठिया सीमा को पार कर बाड़ के नजदीक पहुंच गया। क्योंकि घुसपैठ का यह मामला तड़के का है, जवानों ने उसे गेट खोलकर भारतीय बाड़ के नजदीक आने पर गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उसकी पहचान जाहिर नहीं की गई है। परंतु बताया जा रहा है कि उसके पास से कोई आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद नहीं हुई है। फिलहाल उसे पूछताछ के लिए पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की ओर से अरनिया सेक्टर से घुसपैठ का प्रयास हुआ है। इसी वर्ष अगस्त में अरनिया सेक्टर से घुसपैठ कर पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद शाहबाद को गिरफ्तार कर लिया गया था। इससे पहले 13 जून को भी इसी सेक्टर से पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ का प्रयास किया गया परंतु बीएसएफ जवानों की फायरिंग के बाद घुसपैठिया वापस लौट गए।
आपको बता दें कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर भले संघर्ष विराम लागू है परंतु पाकिस्तान सेना की मदद से आतंकवादी आए दिन इस ओर घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं। कभी आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने का प्रयास किया जाता है तो कभी ड्रोन की मदद से इस ओर हथियार या फिर नशे की खेप भेजे जाने की कोशिश की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय सीमा व नियंत्रण रेखा की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ व सेना के जवान दुश्मन की हर नापाक साजिश को नाकाम बनाने के लिए सतर्कता से तैनात हैं।
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