Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

जयशंकर ने पाक को दिखया आईना : कहा- सांप पालने वालों, आप भी डसे जाओगे, दुनिया बेवकूफ नहीं, आप अच्छा पड़ोसी बनें

- Sponsored -

- Sponsored -


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में गुरुवार रात भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि सांप पालने वाले देश ये न सोचें कि सांप केवल दूसरों को डसेगा। वो पालने वालों को भी डस सकता है।
दरअसल, यूएनएससी में पाकिस्तानी मंत्री हिना रब्बानी ने भारत को आतंकवाद फैलाने वाला देश कहा था। इस पर जयशंकर ने हिना को हिलेरी क्लिंटन की 11 साल पुरानी बात याद दिलाई। 2011 में पाकिस्तान दौरे पर गई अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा था- अगर अपने पीछे सांप पालोगे तो यह उम्मीद मत करना कि वो सिर्फ आपके पड़ोसियों को काटेंगे, वह आपको और आपके लोगों को भी काटेंगे।
14 दिसंबर को भी पाकिस्तान को जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा था- जो देश ओसामा बिन लादेन की मेहमाननवाजी कर रहा था, जिसने अपने पड़ोसी की संसद पर हमला किया…वो यूएन जैसे शक्तिशाली मंच पर उपदेश देने के काबिल नहीं है।
दुनिया बेवकूफ नहीं, आप अच्छा पड़ोसी बनें : एस जयशंकर
जयशंकर ने कहा कि दुनिया बेवकूफ नहीं है। दुनिया आतंकवाद में शामिल देश, संगठन के बारे में अच्छी तरह से जानती है और इस पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है। आज दुनिया पाकिस्तान को आतंकवाद के सेंटर के रूप में देख रही है। वैसे तो पाकिस्तान को सही सलाह अच्छी नहीं लगती, लेकिन फिर भी मेरी सलाह है कि आप ये सब छोड़ कर एक अच्छा पड़ोसी बनने की कोशिश करें।
पाकिस्तान बताए कि आतंकवाद कब खत्म होगा
यूएनएससी ब्रीफिंग के दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार ने जयशंकर से पूछा कि आतंकवाद कब खत्म होगा? इसके जवाब में जयशंकर ने कहा- अगर आप मुझसे ये सवाल कर रहे हैं तो आप गलत मंत्री से बात कर रहे हैं। आपको पाकिस्तान के मंत्रियों से ये सवाल करना चाहिए। वो ही बताएंगे कि ये सब कब खत्म होगा या कब तक वो आतंकवाद को बढ़ावा देने का इरादा रखते हैं। जयशंकर ने कहा कि हमने सुरक्षा परिषद 2028-29 में अगले कार्यकाल के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है और हम इसके लिए तत्पर हैं। जयशंकर ने कहा कि हमने सुरक्षा परिषद 2028-29 में अगले कार्यकाल के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है और हम इसके लिए तत्पर हैं।
जयशंकर बोले- आतंकवाद की कोई सीमा नहीं
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि जवाबदेही आतंकवाद का मुकाबला करने का आधार होना चाहिए। आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए आने वाले समय में खतरा है। इसकी कोई सीमा या राष्ट्रीयता नहीं बची है। ये हमारे लिए एक चुनौती है, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मिलकर मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने कहा- दुनिया में आतंकवाद के गंभीर रूप लेने से पहले ही भारत ने सीमा पार इसका सामना किया। दशकों में हमारे हजारों निर्दोष लोगों ने जान गंवाई। फिर भी हमने डटकर इसका सामना किया। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक आतंकवाद को जड़ से खत्म नहीं कर देते। उन्होंने कहा कि आतंकवाद-रोधी ढांचा चार बड़ी चुनौतियों से जूझ रहा है। इनमें आतंकियों की भर्ती, टेरर फंडिंग, जवाबदेही और उनके कार्य करने के तरीके सुनिश्चित करना, आतंकवाद का मुकाबला करने में दोहरे मानकों को संबोधित करना और इनमें शामिल उभरती हुई नई तकनीक का गलत इस्तेमाल शामिल है।
लादेन की खातिरदारी करने वाले उपदेश न दें, पाकिस्तान ने यूएनमें उठाया कश्मीर मसला
यूनाइटेड नेशंस में पाकिस्तान की कश्मीर पर टिप्पणी के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उसी मंच पर जवाब दिया है। एस जयशंकर ने कहा कि जो देश ओसामा बिन लादेन की मेहमाननवाजी कर रहा था, जिसने अपने पड़ोसी की संसद पर हमला किया…वो UN जैसे शक्तिशाली मंच पर उपदेश देने के काबिल नहीं है।
यूएनएमें भारत ने कहा- आतंकवाद ग्लोबल चैलेंज, इससे लड़ने के लिए जीरो टॉलरेंस अप्रोच जरूरी
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी यूएनएससी में भारत ने आतंकवाद को एक बार फिर दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा- आतंकवाद को जीरो टॉलरेंस अप्रोच से खत्म किया जा सकता है। पढ़ें पूरी खबर…
दुनियाभर में ड्रोन से आतंकी हमलों का खतरा
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- आतंकवादी समूह इंटरनेट का इस्तेमाल समाज को अस्थिर करने के लिए कर रहे हैं। उनके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी कट्टरता और षड्यंत्र फैलाने का टूलकिट बन गए हैं। टेक्नोलॉजी की आसानी से उपलब्धता ने आतंकियों की क्षमताएं बढ़ा दी हैं। इसके जरिए वे आसानी से कहीं भी हमला कर सकते हैं।
यूएनमें जयशंकर बोले- दुनिया आतंक को पालने वाले देशों पर एक्शन ले
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा यानी यूएनएससी के 77वें सत्र को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा था- ग्लोबल टेररिस्ट्स को बचाने वाले देश बयानबाजी करके हकीकत नहीं छिपा सकते। उनका इशारा चीन और पाकिस्तान की तरफ था। उन्होंने कहा- हमें आतंकवाद बर्दाश्त नहीं है। आतंकवाद फैलाने और आतंकियों को पनाह देने वाले देशों पर कार्रवाई होनी चाहिए।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.