फिरोजाबाद। 30 दिसंबर की रात उत्तर थाना क्षेत्र के मुहल्ला इंद्रपुरी में किराए के मकान में रहने वाले मैनपुरी निवासी शाल व्यापारी विजय गोस्वामी की हत्या उसकी पत्नी ने ही की थी। सोते समय पत्थर के बट्टे से सिर पर प्रहार किया और फिर शव को घसीटकर नाले में फेंक दिया। पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए मंगलवार को उसे जेल भेज दिया गया।
मैनपुरी के रहने वाले थे विजय गोस्वामी
मूल रूप से मैनपुरी के मुहल्ला भरतवाल निवासी 48 वर्षीय विजय गोस्वामी उर्फ सनोज अपनी पत्नी मंजू व बेटी रिंकी (16) व ऋतु (14) के साथ इंद्रपुरी में पार्षद सुबोध कुमार के मकान में तीन साल से किराए पर रह रहे थे। वे साइकिल पर फेरी लगा कर शाल बेचते थे। मंजू ने शुक्रवार रात दो बजे सूचना दी कि उसके पति की हत्या हो गई है। शव नाली में पड़ा है। इसके बाद सीओ सिटी हरिमोहन सिंह, इंस्पेक्टर उत्तर नरेंद्र शर्मा फोर्स के साथ पहुंचे और जांच शुरू की।
मंजू ने बताया था कि विजय रात में दोस्तों के साथ नीचे वाले कमरे में शराब पी रहा था। इसके बाद उसके दोस्त गायब हैं। पत्नी के बयान में कई विरोधाभास थे, जिसके बाद शक गहरा गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि पूछताछ में मंजू ने पति की हत्या स्वीकार ली। पुलिस ने घर से हत्या में प्रयुक्त बट्टा व खून से सनी मैक्सी बरामद की है।
मंजू बोली शराब में उड़ाता था कमाई करता था पिटाई
मंजू ने बताया कि उसका पति शराब पीकर उसके और पुत्रियों से गाली गलौज व मारपीट करता था। अपनी कमाई की वह शराब और जुए में उड़ा देता था। इससे परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी। तीन माह से मकान का किराया भी नहीं दिया गया था। 30 दिसंबर की रात विजय शराब पीकर सो गए थे। रात में सोते समय उनके सिर पर सिल वाले बट्टा से प्रहार कर हत्या कर दी और शव को घसीट कर नाले में फेंक दिया। इसके बाद शोर मचाया, जिससे हत्याकांड में दोस्तों का नाम आ सके।
हत्या के बाद बट्टा धोकर मंजू ने बनाई थी चटनी
सोते समय पति के सिर में बट्टा मारकर हत्या और लाश नाले में फेंकने के बाद मंजू ने सुबूत मिटाना शुरू कर दिया। रात में ही बट्टा से खून साफ करने के बाद चटनी बनाई। रात को पुलिस को घटना की जानकारी देने के बाद सुबह बच्चों को वही चटनी खिलाई। इसके बाद बच्चों को हत्या की बात भी बता दी। पति की हत्या में जेल गई मंजू की पहली शादी मैनपुरी निवासी युवक अशोक कुमार से हुई थी। अशोक से दो बच्चे हुए। 2004 में अशोक और मंजू के बीच अलगाव हो गया। इसके बाद मंजू ने विजय गोस्वामी से शादी कर ली। विजय से दो बेटियां हुईं। मंजू का कहना है कि विजय गोस्वामी नशेबाजी करता था। विजय ने उसे बहला-फुसलाकर मंजू का मकान बिकवा दिया और उसके पैसे उड़ा दिए। इसको लेकर परिवार में तनाव बढ़ता गया।
मंजू ने पहले दी थी विजय की हत्या की सुपारी
इंस्पेक्टर उत्तर ने बताया कि पति की हरकतों से परेशान होकर मंजू ने 2010 में मैनपुरी निवासी अरुण को विजय की हत्या की सुपारी दी थी। अरुण ने विजय को गोली मारी थी, लेकिन वह बच गया। मामला खुलने के बाद अरुण और मंजू को पुलिस ने जेल भेजा था। वह 11 महीने जेल में रही थी। छोटी पुत्री ऋतु जेल में ही पैदा हुई थी।
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