तिरुवनंतपुरम। तिरुवनंतपुरम में खेले गए तीसरे वनडे में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है। टीम इंडिया ने 317 रनों से तीसरा वनडे जीत कर वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है । टीम इंडिया ने पहले खेलने के बाद विराट कोहली के नाबाद 166 और शुभमन गिल के 116 रनों की बदौलत 50 ओवर में 5 विकेट पर 390 रन बनाए थे। इसके साथ ही भारत के नाम अब इसके जवाब में श्रीलंकाई टीम महज़ 73 रनों पर ढेर हो गई। हालांकि, श्रीलंका के 9 विकेट ही गिरे, क्योंकि उनका एक खिलाड़ी चोटिल था, इसलिए टीम को ऑलआउट मान लिया गया।वनडे क्रिकेट में रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले न्यूजीलैंड ने आयरलैंड के खिलाफ 2008 में 290 रनों से जीत हासिल की थी।
सिर्फ तीन बल्लेबाज छू सके दहाई का आंकड़ा
भारत की घातक गेंदबाजी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि श्रीलंका के सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा थू सके।तिरुवनंतपुरम में पहले टीम इंडिया ने पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया और फिर मोहम्मद सिराज ने अपनी घातक गेंदबाजी की बदौलत श्रीलंका को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। सिराज ने 10 ओवर में एक मेडन के साथ 32 रन देकर चार विकेट चटकाए। वहीं मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव को 2-2 सफलता मिलीं।
वनडे क्रिकेट इतिहास में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत
भारत के नाम अब वनडे क्रिकेट इतिहास में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत हासिल करने का रिकॉर्ड़ है। इससे पहले ये रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम था। न्यूजीलैंड ने 1 जुलाई 2008 को आयरलैंड को 290 रनों के बड़े अंतर से मात दी थी।
साउथ अफ्रीका
वनडे क्रिकेट की चौथी सबसे बड़ी जीत साउथ अफ्रीका के नाम दर्ज है। साउथ अफ्रीका ने 2010 में वनडे मैच में जिम्बाब्वे की टीम को 272 रनों से हराया था।
ऑस्ट्रेलिया
वनडे क्रिकेट में तीसरी सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है। ऑस्ट्रेलिया ने 2015 में अफगानिस्तान को 275 रनों से हराया था। ऑस्ट्रेलिया के 417 रनों के जवाब में अफगान टीम 142 रनों पर ढेर हो गई।
भारत के नाम ऐतिहासिक जीत दर्ज
वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम था। लेकिन भारत ने तीसरे वनडे मैच में श्रीलंका को 317 रनों से हराकर इतिहास रच दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 390 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में लंका 73 रन ही बना सकी।
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