राहुल की सुरक्षा में 2 बार चूक : पंजाब में युवक जबरन गले लगा, दूसरी बार संदिग्ध सुरक्षा घेरा तोड़कर करीब पहुंचा
होशियारपुर। पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की सुरक्षा में 2 बार चूक हुई। होशियारपुर में पहले तो एक युवक भागते हुए आया और जबरन राहुल के गले लग गया। इसके बाद एक संदिग्ध भी राहुल के काफी करीब पहुंच गया था।
युवक जब राहुल के गले लगा तो पंजाब कांग्रेस चीफ राजा वड़िंग की मदद से राहुल गांधी ने धक्का देकर उसे दूर हटाया। इसके बाद बस्सी गांव में टी-ब्रेक में जाते समय एक युवक सिर पर केसरी कपड़ा बांधे हुए राहुल के करीब आ गया। यह देख सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। ये दोनों घटनाएं 35 मिनट के भीतर हुईं।
यह स्थिति तब है जबकि पंजाब में राहुल गांधी को सबसे ज्यादा सिक्योरिटी दी गई है। यहां वह थ्री लेयर सुरक्षा में चल रहे हैं। जिसमें सबसे बाहर पंजाब पुलिस का घेरा, उसके बाद पंजाब पुलिस व स्टेट CID की रस्सी के साथ घेरे की सुरक्षा और अंत में राहुल की सिक्योरिटी है।
पढ़िए…2 बार कब-कब हुई चूक..
पहली… सुबह 8.05 बजे यात्रा जालंधर-पठानकोट रोड पर थी। इसी दौरान होशियारपुर में दसूहा के पास एक युवक राहुल गांधी का थ्री-लेयर सुरक्षा घेरा तोड़ने में सफल रहा। युवक सीधा ही राहुल के पास पहुंच गया और उन्हें गले लगा लिया। यह देख पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग आगे बढ़े और युवक को पीछे धकेल दिया। सुरक्षाकर्मी भी यह देख युवक की तरफ लपके।
दूसरी… सुबह 8.40 बजे हुई। टी-ब्रेक के लिए यात्रा होशियारपुर के ही गांव गांव बस्सी के किसान हट ढाबे पर रुकी थी। सड़क क्रॉस करने के लिए राहुल गांधी आगे बढ़े, उसी समय सिर पर केसरी परना बांधे हुए युवक आगे बढ़ गया और राहुल के करीब पहुंच गया। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत इसे भांप लिया। जिसके बाद युवक को हिरासत में ले लिया गया।
सोमवार को भगवंत मान पर साधा था निशाना
सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा के पंजाब में पांच दिन बीतने के बाद राहुल गांधी ने सोमवार को मुख्यमंत्री मान को निशाने पर लिया था। राहुल ने कहा कि सीएम मान को दिल्ली में बैठे अरविंद केजरीवाल का रिमोट कंट्रोल नहीं बनना चाहिए। उन्हें स्वतंत्र रूप से राज्य को चलाना चाहिए। उन्होंने कहा, हमने पंजाब में जितनी बार कांग्रेस की सरकार बनाई, वह पंजाब से ही चली। हिंदुस्तान के हर प्रदेश का अपना इतिहास, भाषा और जीने का तरीका होता है। मैं पंजाब के सीएम भगवंत मान से कहना चाहता हूं कि आप पंजाब के मुख्यमंत्री हैं, पंजाब को पंजाब से ही चलाना चाहिए। मान को अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के दबाव में नहीं आना चाहिए। यह पंजाब के सम्मान की बात है। किसानों-मजदूरों की बात सुनकर खुद फैसले लेने चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारी बात लोकसभा व राज्यसभा में नहीं सुनी जाती, जब बोलने का मौका आता है तो माइक ऑफ कर दिया जाता है, इसलिए यह यात्रा शुरू करनी पड़ी। किसान आंदोलन में शहीद 700 किसानों की याद में संसद में दो मिनट का मौन रखने का प्रस्ताव रखा तो केंद्र सरकार ने कहा कि किसान शहीद नहीं थे।
डॉ. मनमोहन सिंह खुद पहुंच जाते किसानों के पास
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि हिंदुस्तान में जो व्यक्ति पसीना बहाता है वह तपस्वी है। देश में तपस्वी लोगों पर ही हमले हो रहे हैं। किसानों का कर्जा माफ नहीं हो रहा है। सिर्फ तीन चार बड़े घरानों का करोड़ों रुपये का कर्ज माफ कर दिया जाता है। किसान आंदोलन में 700 किसान शहीद हुए। एक साल तक किसान सड़कों पर बैठे रहे और पीएम मोदी ने एक मिनट भी किसानों से बात नहीं की। अगर डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार होती तो वह खुद किसानों की बात सुनने मौके पर पहुंच जाते।
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