‘दहेज में कार है या नहीं’…चौथे फेरे के बीच दूल्हे ने पूछा, दुल्हन पक्ष ने असमर्थता जताई तो वापस लौटी बारात
कानपुर। खबर उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से है। यहां दुल्हन और उसके परिवार को उस वक्त बड़ा धक्कर लगा, जब दूल्हा चौथे फेरे के बीच रूक गया। लड़की पक्ष ने चौथे फेरे के बीच रूकने का कारण पूछा तो दूल्हे ने कहा, ‘दहेज में कार है या नहीं।’ जिसपर दुल्हन पक्ष ने कार देने में असमर्थता जताई। जिसपर दूल्हा अधूरे पेरे छोड़कर बारात लेकर वापस लौट गया। इस दौरान जमकर हंगामा भी हुआ। तो वहीं, अब दुल्हन और उसका परिवार पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है।
यह मामला कानपुर जिले के बिधनू थाना क्षेत्र का है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 15 फरवरी को उन्नाव निवासी राजेंद्र बारात लेकर गोविंद नगर स्थित दुल्हन के दरवाजे पहुंचा। बारात के स्वागत के साथ ही शादी की अन्य रस्में शुरू हुईं। जयमाला कार्यक्रम भी हो गया। इसके बाद बारी आई 7 फेरों की। दूल्हा-दुल्हन शादी के फेरे ले रहे थे। इसी दौरान दूल्हे के दीदी-जीजा और ससुरालीजन दहेज में कार नहीं मिलने को लेकर चिल्लाने लगे। यह सुनते ही दूल्हा चौथे फेरे के दौरान रुक गया।
दूल्हे का कहना था कि जब कार मिलेगी, तभी आगे के फेरे पूरे होंगे। लेकिन, दुल्हन के घरवालों ने पैसे न होने का हवाला देते हुए कार देने से इनकार कर दिया। इस पर दूल्हा राजेंद्र और उसके घरवाले चौथे फेरे को बीच में छोड़कर बारात वापस लेकर चले गए। तो वहीं, दुल्हन पक्ष का आरोप है कि इससे पहले लड़के वाले घर से पांच लाख रुपए ले गए थे। इसके बाद भी दूल्हा बारात लेकर चला गया। लड़की पक्ष के लोग बीते गुरूवार को कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से मिलकर पूरे घटनाक्रम की जानकार दी।
दुल्हन की मां ने बताया कि उसने एक-एक पैसा जोड़कर बेटी की शादी की तैयारी की थी। इसके बाद भी दूल्हा बारात लेकर वापस चला गया। दुल्हन की मां ने कहा कि अब हम उससे अपने बेटी की शादी तो नहीं करनी है, लेकिन हमारा जो पैसा खर्च हुआ है वो लौटा दे। इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने शिकायत सुनकर गोविंद नगर पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
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