नई दिल्ली। राहुल गांधी के मसले पर संसद से सड़क तक उबाल है। कांग्रेस के साथ बाकी विपक्षी दल आ गए हैं। सोमवार को संसद के भीतर सरकार के लिए नया चैलेंज दिखा। राहुल को अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में कांग्रेस सांसद आज काली पट्टी बांधकर आए हैं। लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू ही हंगामे के साथ हुई। कांग्रेस के सदस्यत तख्तियां, पोस्टर लेकर आए थे। हंगामा नहीं थमता देख स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा को 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही भी दोपहर 2 बजे तक के लिए रद्द हो गई।
सूत्रों ने खबर दी है राहुल निचली अदालत के फैसले को सूरत की सेशंस कोर्ट में चुनौती देंगे। मोदी सरनेम वाले बयान के बाद सूरत की अदालत ने उन्हें दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। अपील के लिए 30 दिन का समय भी मिला है, लेकिन अभी ऊपरी अदालत में आदेश को चुनौती नहीं दी गई है। कांग्रेस ने कहा है कि वह इस मामले से कानूनी और राजनीतिक रूप से निपटेगी।
‘बोलने की स्वतंत्रता है, गाली देने की नहीं’
इस विषय पर पर अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री 2019 में ‘मोदी’ नाम को किसने गाली दी? इसका मतलब इस देश में बोलने की स्वतंत्रता है लेकिन गाली देने की नहीं। कांग्रेस को बोलने की स्वतंत्रता और गाली देने की स्वतंत्रता में फर्क करना चाहिए। वह इस पूरे प्रकरण को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए बल्कि कानून के चश्मे से देखना चाहिए।
सोनिया, खरगे के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन
अडानी के मसले पर विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास काले कपड़ों में प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने भी हिस्सा लिया।
लोकतंत्र नहीं कांग्रेस को खतरा: केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने संसद परिसर में कहा कि ‘लोकतंत्र नहीं कांग्रेस को खतरा है इसलिए उन्होंने कांग्रेस बचाओ के नाम पर भारत जोड़ो यात्रा की थी। वे प्रजातंत्र के बारे में बोल रहे हैं लेकिन उन्हें बोलने का हक नहीं है क्योंकि आपातकाल के दौर में कांग्रेस ने लाखों लोगों को जेल में डाला था।’
लोकतंत्र की आवाज बंद करने की साजिश: कांग्रेस
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, ‘लोकतंत्र की आवाज को बंद करने की साजिश चल रही है। इस लोकतंत्र की सबसे बड़ी पंचायत सदन है। आप लोकसभा से विपक्ष की आवाज को बंद करा रहे हैं। विपक्ष अगर घोटाले की बात न करे तो क्या करे? आपकी बातों में हामी भरे? आप राजतंत्र चाहते हैं। आज वह डरे हुए हैं।’
शुरू होते ही स्थगित हो गई संसद की कार्यवाही
संसद के दोनों सदनों में सोमवार को कामकाज शुरू नहीं हो सका। कार्यवाही की शुरुआत में ही हंगामा हुआ। लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदन स्थगित कर दिए गए हैं।
‘अडानी को बचाने के लिए खत्म की गई राहुल की सदस्यता’
आज यह बात हर जगह पहुंच गई है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी की सदस्यता इसलिए खत्म की है जिससे वह अपने करीबी दोस्त अडानी को बचा सकें। हमारे दल के लोग धरना कर रहे हैं। राहुल गांधी पर आरोप लगाए गए लेकिन उनको एक बार भी (सदन में) बोलने नहीं दिया गया।
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