नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए एकीकृत प्रतिक्रिया पर जोर दिया। आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना, आईसीडीआरआई-2023 पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के पांचवें संस्करण को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा: एक क्षेत्र में आपदा का दूसरे क्षेत्र पर बड़ा प्रभाव हो सकता है। इसलिए, हमारी प्रतिक्रिया को एकीकृत करना होगा, पृथक नहीं। कुछ प्राथमिकताओं को याद रखना होगा। इस वर्ष के सम्मेलन का विषय डिलीवरिंग रेजिलिएंट एंड इनक्लूसिव इंफ्रास्ट्रक्च र से संबंधित है। इंफ्रास्ट्रक्च र न केवल रिटर्न के बारे में है बल्कि पहुंच और लचीलेपन के बारे में भी है। इंफ्रास्ट्रक्च र के चलते कोई भी पीछे नहीं रह जाय। यह एक सेवा भावना है। इसके अलावा, बुनियादी ढांचे के समग्र ²ष्टिकोण की आवश्यकता है। सामाजिक और डिजिटल बुनियादी ढांचा परिवहन बुनियादी ढांचे जितना ही महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री ने बुनियादी ढांचे से संबंधित स्थानीय ज्ञान विकसित करने पर जोर दिया जो आपदाओं का सामना कर सके। प्रत्येक राष्ट्र विभिन्न प्रकार की आपदाओं का सामना करता है। समाज बुनियादी ढांचे से संबंधित स्थानीय ज्ञान विकसित करते हैं जो आपदाओं का सामना कर सकते हैं। बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण करते समय, इस तरह के ज्ञान का बुद्धिमानी से उपयोग करने की जरूरत होती है। उन्होंने बताया। पीएम मोदी ने आपदाओं की घटनाओं के दौरान राहत और बचाव उपायों के महत्व पर भी प्रकाश डाला। राहत और बचाव को प्राथमिकता दी जाती है और सही भी है। फोकस इस बात पर हो कि कितनी जल्दी सामान्य जीवन की वापसी सुनिश्चित की जा सकती है। पिछली आपदाओं का अध्ययन करना और उनसे सबक सीखना ही एक रास्ता है, उन्होंने कहा।
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