नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश के मामले में चीन (China) लंबे समय से अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। हाल ही में एक बार फिर चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करते हुए राज्य की कई जगहों के नए नाम जारी कर दिए। हालांकि भारत (India) कभी भी चीन की इस तरह की हरकतों से दबा नहीं है। चीन की हाल ही में की गई इस हरकत के जवाब में देश के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए चीन को कठोर जवाब दिया है।
अरुणाचल प्रदेश है भारत का अहम और अटूट हिस्सा
चीन की हरकत पर विदेश मंत्रालय की तरफ से अरिंदम बागची ने बयान देते हुए कहा है, “हमने रिपोर्ट्स देखी हैं। यह पहला मौका नहीं है जब चीन ने ऐसी हरकत की है। हम चीन की इस कोशिश को सिरे से नकारते हैं। अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अहम और अटूट हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। नए नाम देना इस सच्चाई को कभी भी नहीं बदलेगा।
क्या है मामला?
हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर अपने दावे को दिखाने के लिए चीनी, तिब्बती और पियरीन अक्षरों में राज्य की 11 जगहों के नए नामों की एक लिस्ट जारी की है। चीन ने इन नामों को माननीकृत बताया है और इन्हें चीन की स्टेट काउन्सिल द्वारा जारी किया गया है। चीन की तरफ से अरुणाचल प्रदेश के 2 भूमि क्षेत्रों, 2 आवासीय क्षेत्रों, 5 पर्वत चोटियों और 2 नदियों को नए नाम दिए गए हैं। चीन की तरफ भी जारी किया गया है। इस नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को दक्षिणी तिब्बती क्षेत्र के अंदर दिखाया है।
