अगरतला। त्रिपुरा में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक महिला के डायन होने के शक में उसकी हत्या कर दी गई हैं। दरअसल ये पूरी घटना त्रिपुरा के खोवई जिले की है। खोवई जिले में एक 45 वर्षीय आदिवासी महिला के ‘डायन’ होने के संदेह में पहले उसका अपहरण किया गया और फिर बाद में उसे मौत के घाट उतार दिया।
डायन होने के शक में की हत्या
पुलिस ने कहा कि आरोपियों कुछ शक था कि आदिवासी महिला कौशल्या घाटवाल एक डायन है। जिसके बाद उन्होंने उसे मारने की साजिश रची। आरोपियों ने पहले महिला का अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर दी।
वहीं, पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपियों ने महिला के शव को चंपाहोर पुलिस थाने के तहत लेंगटीबाड़ी गांव में एक टैंक में फेंक दिया था। पुलिस ने बताया कि यह घटना गुरुवार रात की है। हालांकि, पुलिस ने शव बरामद कर शुक्रवार देर रात सभी आठों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
ससुराल पक्ष और पति ने की हत्या
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, इस निंदनीय अपराध को अंजाम देने के लिए आरोपियों में पीड़िता का ससुराल पक्ष और पति भी शामिल है। वह दोनों ही इस मामले के मुख्य आरोपी हैं। पुलिस प्रवक्ता और सहायक पुलिस महानिरीक्षक ज्योतिस्मान दास चौधरी ने कहा कि स्थानीय अदालत ने आरोपी को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
आदिवासी समुदायों में अब तक प्रचलित है जादू-टोना
21वीं सदी के युग में पूर्वोत्तर के अधिकतर क्षेत्रों में अभी भी कई बार ऐसी घटनाएं सामने आती है। वहां वर्तमान में भी जादू-टोना, काला जादू अब तक प्रचलित हैं। पूर्वोत्तर राज्यों की आदिवासी समुदायों में काला जादू प्रचलित है। आदिवासी समुदाय पूर्वोत्तर राज्यों में 45.58 मिलियन आबादी (2011 की जनगणना) का लगभग 28 प्रतिशत हैं। हालांकि डायन-शिकार और संबंधित हत्याओं के खिलाफ कड़े कानून होने से ऐसे मामलों में कमी आई है। लेकिन यह अभी भी पूर्वोत्तर क्षेत्र के कुछ आदिवासी समुदायों में प्रचलित है और वहां इस काले जादू का शिकार अधिकांश महिलाएं होती हैं।
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