नई दिल्ली। टीएमसी के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय सोमवार देर शाम से ही लापता थे। उनके परिवार वालों ने उनके लापता होने का दावा किया था, लेकिन मुकुल रॉय ने खुद बताया कि वह अपने निजी काम से दिल्ली आए थे। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि उनका दिल्ली पहुंचना कोई खास एजेंडा नहीं था। रॉय ने कहा- “मैं कई सालों से सांसद हूं। क्या मैं दिल्ली नहीं आ सकता? पहले मैं नियमित रूप से दिल्ली आता था।”
हालांकि, रॉय ने अपनी यात्रा के एजेंडे पर अभी तक चुप्पी बनाए हुए हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल के राजनीतिक गलियारों में उनके राजनीतिक कदम को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। पूर्व रेलवे मंत्री मुकुल रॉय के बेटे सुभ्राग्शु राय ने अपने पिता के लापता होने की पुलिस में शिकायत दर्ज की थी। सुभ्राग्शु राय ने कहा- “पिता से सोमवार शाम से ही कोई संपर्क नहीं हो पाया है और वो तब से ही लापता है।”
बता दें कि मुकुल रॉय ने 2017 में तृणमूल कांग्रेस से मतभेद के बाद भाजपा के साथ जुड़े थे। 2020 में वह भाजपा के राष्ट्र उप अध्यक्ष भी थे। 2021 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा की तरफ से जीत भी हासिल की थी, लेकिन बाद परिणाम मिलने के एक महीने बाद ही वह तृणमूल कांग्रेस में वापस चले गए। टीएमसी में वापसी के बाद से ही वह लोगों की नजरों से दूर रह रहे हैं। रॉय ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पिछले साल पश्चिम बंगाल विधानसभा में पीएसी अध्यक्ष का पद भी छोड़ दिया था।
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