कोलकाता पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने दो माह का जनसंपर्क अभियान मंगलवार को कूचबिहार से औपचारिक रूप से शुरू किया। अभिषेक बनर्जी ने कूचबिहार में आयोजित सभा में मनरेगा का बकाया पैसा नहीं देने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर का पत्र लेकर दिल्ली जाएंगे। उन्होंने कहा कि देखें कौन मंत्री मनरेगा का पैसा रोक पाएगा. इसके साथ ही लोगों को अपना पंचायत गठन करने आह्वान किया।
पंचायत चुनाव 2023 से पहले जनसंपर्क बढ़ाने और जनता के बीच पार्टी की स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए तृणमूल कांग्रेस की नई पहल। ‘तृणमूल नबज्वार’ कार्यक्रम शुरू किया है. इसका नेतृत्व टीएमसी के सेकंड-इन-कमांड अभिषेक बनर्जी कर रहे हैं।
अभिषेक बनर्जी ने दो महीने का शुरू किया जनसंपर्क यात्रा
अभिषेक बनर्जी दो महीने के लिए जिले का दौरा करेंगे और हमारे लोगों की बात सुनेंगे और इसी कार्यक्रम से पंचायत प्रत्याशी चयन का खाका बनाया जाएगा। मंगलवार को अभिषेक की जनसंपर्क यात्रा का पहला दिन था। अभिषेक बनर्जी जनसंपर्क कार्यक्रम कूचबिहार से शुरू किया।अभिषेक बनर्जी आज सुबह दिनहाटा के बामनहाट स्थित अपने कैंप के पास एक मंदिर पहुंचे।
अभिषेक बनर्जी मंदिर जाते समय उन्होंने सड़क के दोनों ओर लोगों से बात की। अभिषेक बनर्जी ने बामनहाट के इस मंदिर में पूजा की। उसके बाद लोगों से बातचीत की और लोगों की शिकायतें सुनी। अभिषेक बनर्जी ने आज बामनहाट कैंप में बीएसएफ की गोलीबारी में मारे गए दो युवकों के परिवारों से मुलाकात भी।
अपने पंचायत का उम्मीदवार का खुद करें चुनाव-अभिषेक बनर्जी का ऐलान
तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव ने कहा, ‘”हमारी एक ही शान है. वह है लोगों का समर्थन और आने वाले दिनों में लोगों की पंचायतों का गठन करना है। आप खुद अपने पंचायत के उम्मीदवारों का चयन करें। मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं। साल भर आप मेरे मुंह से राजनीतिक बातें सुन सकते हैं, लेकिन अब यह आपके अधिकार की बात है। आप अपना उम्मीदवार खुद चयन करें।”
अभिषेक बनर्जी ने कहा, “कूचबिहार आने पर मैंने कूचबिहार के लोगों में जो उत्साह देखा, उसके लिए मैं आपका हमेशा आभारी रहूंगा।आज हम पहली मीटिंग साहेबगंज से शुरू कर रहे हैं। मुझे पता है कि आपको गर्मी से परेशानी होगी, लेकिन अगर भविष्य में इस प्रयास को सफल और लाभदायक बनाना है तो हमें यह कष्ट सहना ही होगा।”
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