कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के मोयना में बीजेपी के बूथ स्तर के एक नेता का शव मिलने के बाद से ही तनाव का माहौल बना हुआ है। हत्या के विरोध में भाजपा ने आज 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है, जिसका व्यापक असर दिख रहा है।
बीजेपी ने इस हत्या के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया और घटना में शामिल लोगों के गिरफ्तारी की मांग की है। इसी मांग को लेकर बंद बुलाया गया है। पार्टी ने दावा किया कि मोयना के बीजेपी बूथ अध्यक्ष बिजयकृष्ण भुइया सोमवार शाम जब घर वापस लौटे तो कथित तौर पर ‘टीएमसी के गुंडों’ ने उनकी पत्नी के सामने उनकी पिटाई की और फिर जबरन बाइक से उन्हें लेकर चले गए। बाद में उनकी हत्या कर दी गई। इधर बीजेपी नेता की हत्या होने की खबर फैलते ही तमाम बीजेपी नेता और कार्यकर्ता जमा होने लगे। सड़क जाम हो गई, टायर जलाए गए, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया। स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। इधर बीजेपी ने 12 घंटे बंद का ऐलान किया है।
बंगाल पुलिस ने कहा कि सिर पर चोट के निशान के साथ सोमवार देर रात भुइया का शव उसके आवास से कुछ दूरी पर बरामद किया गया। मामले की जांच की जा रही है। BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मेदिनीपुर के सांसद दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि TMC इस महीने होने वाले पंचायत चुनाव को जीतने के उद्देश्य से इलाके में ‘डर का माहौल’ बना रही है। इसके मद्देनजर उसने विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं का ‘उत्पीड़न’ तेज कर दिया है।
टीएमसी ने नकारे आरोप
वहीं, TMC ने इस घटना में किसी भी तरह की संलिप्तता को सिरे से खारिज करते हुए इसे पारिवारिक विवाद का नतीजा करार दिया है। मोयना के पूर्व टीएमसी विधायक संग्राम डोलुई ने मांग की कि दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। BJP कार्यकर्ताओं और नेताओं ने हत्या में कथित संलिप्तता के लिए ‘तृणमूल कांग्रेस के गुंडों’ की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंगलवार को मोयना में सड़क जाम किया।
सुवेंदु अधिकारी ने लगाए आरोप
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि मृत पार्टी बूथ अध्यक्ष बिजॉय कृष्ण भूनिया को सोमवार शाम तृणमूल कांग्रेस के पूर्व विधायक संग्राम डोलुई के करीबी गुंडों ने उठा लिया। जिसके बाद उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई।
सड़क जाम कर विरोध
स्थानीय भाजपा समर्थकों ने सड़कों को जाम कर दिया और टायर जलाकर विरोध किया। जिस वजह से क्षेत्र में और तनाव बढ़ गया है। जल्द ही विपक्ष के नेता मौके पर पहुंच गए। विपक्ष के नेता ने कहा, हाल के दिनों में, इस क्षेत्र के कई लोग जो पहले तृणमूल कांग्रेस के साथ थे, भाजपा में शामिल हो गए हैं। जिस कारण आगामी पंचायत चुनाव से पहले सत्ता पक्ष बेचैन है। इसलिए सत्ता पक्ष समर्थित गुंडे इलाके में फिर से तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और बी. कृष्ण भुनिया इसका शिकार हो गए। उन्होंने आंदोलनरत पार्टी समर्थकों से कहा कि मैं आपसे इसे अंत तक देखने का वादा करता हूं।
शुभेंदु अधिकारी ने बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी मांग केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की है। चूंकि हत्या स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के गुंडों द्वारा कुछ स्थानीय पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर की गई थी, इसलिए हमें राज्य पुलिस द्वारा जांच में कोई विश्वास नहीं है।
पश्चिम बंगाल के मोयना में हड़ताल
हमारी यह भी मांग है कि पोस्टमॉर्टम राज्य के किसी केंद्र सरकार के अस्पताल में किया जाए न कि किसी सरकारी अस्पताल में। इस बीच, पीड़ित परिवार ने उसी को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि स्थानीय पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए पीड़ित परिवार के सदस्यों द्वारा बताए गए बिंदुओं को शामिल करने से इनकार कर दिया। हत्या के विरोध में भाजपा ने बुधवार को मोयना में 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है।
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