डेस्क। रंग-बिरंगी रोशनी से पूरा घर सजा-धजा था। घर का हर एक कमरा मेहमानों से खचाखच भरा था। लोगों के मन में उमंग और तरंग हिलोरे मार रही थी। घर में शादी की तैयारी चल रही थी। शाम में छोटे बेटे की बारात निकलने वाली थी। धमाल मचाने की पूरी तैयारी थी। पर इन सब पर तब ग्रहण लग गया, जब दूल्हे के पिता की अचानक तबीयत बिगड़ गई। 65 साल के बिजय सिंह भीड़भाड़ वाले घर में अचानक अचेत हो गिर पड़े। घर के सारे लोग परेशान हो उठे। उन्हें आनन-फानन में सामुदायिक अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घषित कर दिया। घरवालों को बताया गया कि हर्ट अटैक की वजह से उनकी जान चली गई। मामला हजारीबाग के चौपारण थाना क्षेत्र के सियरकोनी गांव की है। बिजय सिंह गायत्री लाईन होटल के संचालक थे।
बिजय सिंह की मौत की फैली खबर के बाद उनके घर में कोहराम मच गया। शादी की खुशियां मातम में बदल गई। बेटे की शादी को टालने की बात होने लगी। दुल्हन पक्ष तक भी बिजय सिंह की मौत की पहुंची। वे भी दुखी हो चिंता में पड़ गये। लड़की पक्ष के कुछ लोगों ने मंदिर में शादी करने का आग्रह किया। दोनों परिवार के लोगों ने काफी देर तक विचार किया और सिर्फ दो लोगों को भेजकर मंदिर में किसी तरह सादी की रस्मों को पूरा करने का फैसला लिया। तब तक बिजय सिंह की डेड बॉडी को घर से बाहर ही रखने का निर्णय लिया गया।
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