तीन कृषि कानून के विरुद्ध संयुक्त किसान संगठन का बुलाया गया भारत बंद अब समाप्त हो गया है। देश भर में चला यह आंदोलन का मिला जुला असर देखने को मिला। कही किसानों में प्रदर्शन कर आंदोलन को तेज करने की कोशिश की तो कही शांतिपूर्ण रहा।
किसान नेता राजेश टिकेट ने भारत बंद को सफल बताते हुए कहा की “ आज संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद पूरी तरह से सफल रहा। देशभर में किसानों ने सड़कों पर आकर अपने गुस्से का इजहार किया। हजारों जगह से भी ज्यादा किसान सड़कों पर बैठे। बंद को किसानों के साथ-साथ मजदूर व्यापारियों, कर्मचारियों, ट्रेड यूनियन का भी सहयोग मिला. देश की राजनीतिक पार्टियों ने भी बंद का समर्थन किया।” उन्होंने आगे कहा की कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक किसानों के बंद का पूरा असर रहा। सुबह से लेकर शाम के 4 बजे तक कहीं भी कोई घटना या हिंसक झड़प नहीं हुई। इसके लिए देश के किसानों, मजदूरों और नागरिकों का भी आभार व्यक्त करते हैं।
जहा एक तरफ किसान नेता आंदोलन कर रहे थे वही दूसरी तरफ विपक्षी दलों ने सरकार पर तंज कसना शुरू कर दिया। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके हुए कहा की “जिस सरकार को अन्नदाताओँ का दुःख दर्द और तकलीफ़ महसूस नहीं होती उस सरकार का दिल दिमाग और आत्मा बंजर है।”
किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के कारण उत्तर भारत की करीब 25 ट्रेनों पर असर हुआ है। दिल्ली, अमृतसर, मोगा, कटरा जाने वाले कई ट्रेनें आंदोलन के कारण प्रभावित हुई। पंजाब के कई इलाकों में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर ही प्रदर्शन किया।
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करने दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी भी पहुंचे। लेकिन वहां मौजूद किसानों ने उन्हें वहां से वापस जाने को कहा। किसानों ने कहा कि ये राजनीतिक प्रदर्शन नहीं है।
बंगाल में किसान का बुलाया भारत बंद का आसार काफी सामान्य दिखा।मालदा में कृषि कानून के विरोध में टायर जलाकर बंद समर्थकों ने प्रदर्शन किया। दुर्गा पूजा का बाजार होते हुए भी सारी दुकानें बंद दिखी। साथ ही आज भवानीपुर उपचुनाव के प्रचार का आखिरी दिन भी था जिसके कारण सभी पार्टियों के नेता सड़को पर उतर कर प्रचार कर रहे थे।
झारखंड में भी संयुक्त किसान मोर्चा ने चक्का जाम किया इस मौके पर कांग्रेस , लेफ्ट और जेएमएम के कार्यकर्ता मौजूद थे। वही दूसरी तरफ हरियाणा के सिंधु बॉर्डर में एक किसान की मौत की भी खबर आ रही है। पुलिस प्रशासन का कहना है की किसान की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है, हालांकि बाकी जानकारी पोस्टमॉर्टम के बाद ही दी जाएगी। चेन्नई में किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के दौरान बवाल हुआ। यहां प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेड तोड़े गए हैं, जिसके बाद पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।
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