कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के 11 सदस्य गिरफ्तार : एटीएस की भोपाल और छिंदवाड़ा में दबिश; इसमें जिम ट्रेनर, इंजीनियर और टीचर भी
भोपाल। मध्यप्रदेश और तेलंगाना ATS की टीम ने मंगलवार सुबह भोपाल और छिंदवाड़ा में दबिश दी। दोनों जगह से 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। देशभर में HUT के कुल 16 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। भोपाल से 10, छिंदवाड़ा से 1, तेलंगाना से 5 सदस्यों को पकड़ा गया है। गिरफ्तार लोगों में भोपाल गैस त्रासदी एक्टिविस्ट का रिश्तेदार भी शामिल है। इंजीनियर से लेकर टीचर भी इस संगठन से जुड़े हुए हैं।
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, MP ATS ने पकड़े गए HUT सदस्यों के पास से आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद हुआ है। इस संबंध में काफी समय से इनपुट मिल रहा था, इसके बाद यह कार्रवाई की गई। यह संगठन शरीयत कानून लागू कराने के लिए किसी भी हद तक जाने और हिंसा करने में विश्वास करता है।
10 सदस्यों की 19 मई तक रिमांड मंजूर
भोपाल से गिरफ्तार HUT के 10 सदस्यों को मध्यप्रदेश ATS ने कोर्ट में पेश किया। यहां ATS ने इन सभी की रिमांड मांगी। कोर्ट ने रिमांड मंजूर करते हुए 19 मई तक ATS को पूछताछ के लिए सौंपा है। छिंदवाड़ा और हैदराबाद से पकड़े गए आरोपियों को जल्द ही ATS अफसर ट्रांजिट रिमांड पर लेकर भोपाल आएंगे। मध्यप्रदेश पुलिस से जुड़े अफसरों ने बताया कि पकड़े गए आरोपी पेशे से शिक्षक, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कोचिंग टीचर, ऑटो ड्राइवर, कम्प्यूटर टेक्नीशियन और मजदूर हैं।
रशीदा बी का परिजन भी हिरासत में
हिरासत में लिए गए संदिग्धों में भोपाल गैस पीड़ितों के लिए काम करने वाले संगठन चिंगारी की संस्थापक रशीदा बी का परिजन वसीम भी शामिल है। रशीदा बी ने कहा, वसीम इनोसेंट है। उसने कुछ नहीं किया। पुलिस को घर में कुछ नहीं मिला। न लैपटॉप मिला, न मोबाइल। वह दिव्यांग बच्चों के लिए काम करने वाले संगठन में काम करता है। मैं उसके लिए हाईकोर्ट तक जाऊंगी।’
MP से इन 11 सदस्यों को पकड़ा गया
1). नाम : यासिर खान
उम्र : 29 साल
पता : शाहजहांनाबाद , भोपाल
काम : जिम ट्रेनर
2). नाम : सैय्यद सामी रिजवी
उम्र : 32 साल
पता : मेलेनियम हेबिटेट शहीद नगर , कोहेफिजा
काम : कोचिंग टीचर
3). नाम : शाहरुख
उम्र : 29 साल
पता : जवाहर कॉलोनी , ऐशबाग
काम : दर्जी
4). नाम : मिस्बाह उल हक
उम्र : 29 साल
पता : हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, ऐशबाग
काम : मजदूरी
5). नाम : शाहिद
उम्र : 26 साल
पता : जवाहर कॉलोनी , ऐशबाग
काम : ऑटो ड्राइवर
6). नाम : सैय्यद दानिश अली
पता : सोनिया गांधी कॉलोनी , ऐशबाग
काम : साफ्टवेयर इंजीनियर
7). नाम : मेहराज अली
उम्र : 25 साल
पता : मसूद भाई का मकान, ऐशबाग
काम : कम्प्यूटर टेक्नीशियन
8). नाम : खालिद हुसैन
उम्र : 40 साल
पता : बारेला गांव, लालघाटी
काम : टीचर एवं व्यापारी
9). नाम : वसीम खान
पता : बाग उमराव दूल्हा, ऐशबाग
काम : एनजीओ में काम
10). नाम : मोहम्मद आलम
उम्र : 35 साल
पता : नूर महल रोड, चौकी इमामबाड़ा
11). छिंदवाड़ा से करीम को गिरफ्तार किया गया है।
FDDI में मैनेजर है छिंदवाड़ा से अरेस्ट करीम
छिंदवाड़ा से गिरफ्तार अब्दुल करीम अहमद (45) यहां को-ऑपरेटिव बैंक कॉलोनी में रहता है। 13 साल से FDDI (फुटवियर डिजाइन एंड डेवलमेंट इंस्टीट्यूट) में मेंटेनेंस शाखा में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर है। मूलत: दमुआ इलाके का रहने वाला है।
हिज्ब-उत-तहरीर का मुख्यालय लंदन (ब्रिटेन) में है। यह संगठन भारत में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली के स्थान पर इस्लामिक शरिया कानून लाना चाहता है। इसके लिए संगठन ने मध्यप्रदेश में भी गुपचुप तरीके से अपना कैडर तैयार करना प्रारंभ कर दिया था। संगठन का उद्देश्य नवयुवकों को भारत की वर्तमान शासन प्रणाली इस्लाम विरोधी बताकर संगठन से जोड़ना है।
हिज्ब-उत-तहरीर का मुख्यालय लंदन (ब्रिटेन) में है। यह संगठन भारत में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली के स्थान पर इस्लामिक शरिया कानून लाना चाहता है। इसके लिए संगठन ने मध्यप्रदेश में भी गुपचुप तरीके से अपना कैडर तैयार करना प्रारंभ कर दिया था। संगठन का उद्देश्य नवयुवकों को भारत की वर्तमान शासन प्रणाली इस्लाम विरोधी बताकर संगठन से जोड़ना है।
हैदराबाद के ट्रेनर जंगलों में देते थे ट्रेनिंग
संगठन से जुड़े सभी गिरफ्तार आरोपी गोपनीय तरीके से जंगलों में कैंप लगाकर निशाना लगाने की प्रैक्टिस करते थे। इन कैंपों में ट्रेनर हैदराबाद से आते थे। गुपचुप तरीके से धार्मिक सभाएं भी लगाई जाती थीं, जिनमें भड़काऊ तकरीरें और जिहादी साहित्य बांटा जाता था।
उग्र कट्टरपंथी युवकों को जोड़ना चाहते थे
पुलिस के मुताबिक, भोपाल से पकड़े गए आरोपी पूरे मध्यप्रदेश में संगठन का विस्तार करना चाहते थे। आरोपियों को संगठन में ऐसे युवाओं को जोड़ने का टारगेट दिया गया था, जो उग्र स्वभाव के हों। साथ ही जान देने में उन्हें कोई हिचक न हो।
‘रॉकेट चैट’, ‘श्रीमा’ जैसे डार्क वेब ऐप पर करते थे बात
हिज्ब-उत-तहरीर संगठन के लिए काम करने के आरोप में पकड़े गए आरोपी ‘रॉकेट चैट’, ‘श्रीमा’ जैसे डार्क वेब पर आपस में बात करते थे। गौरतलब है कि ‘रॉकेट चैट’, ‘श्रीमा’ जैसे ऐप का उपयोग ISIS सहित दूसरे आतंकी संगठन करते हैं।
देश के बड़े शहरों में दहशत फैलाना चाहते थे
पुलिस मुख्यालय से बताया गया कि हिज्ब-उत-तहरीर के संचालकों ने आरोपियों को भोपाल में नए युवाओं को जोड़ने का जिम्मा दिया था। इन युवाओं को हिंदुओं के खिलाफ जिहाद के लिए तैयार करने का जिम्मा भी भोपाल से पकड़े गए आरोपियों को सौंपा गया था। इसके अलावा इन्हें संगठन के लिए चंदा और जरूरी संसाधन जुटाने के लिए कहा गया था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी देश के बड़े शहरों में बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर दहशत फैलाने की योजना भी बना रहे थे।
ड्रोन से कर रहे थे रेकी
देश के बड़े शहरों को निशाना बनाने के लिए आरोपियों ने ड्रोन से रेकी भी की थी। वे इन शहरों का नक्शा तैयार कर बड़ी वारदात को अंजाम देने का प्लान बना रहे थे। आरोपियों के मंसूबे पूरे होते, उससे पहले ही ATS ने दबिश देकर इनको गिरफ्तार कर लिया।
संदिग्ध सामग्री भी मिलने की जानकारी
हिरासत में लिए गए लोगों के पास से संदिग्ध दस्तावेज और देश विरोधी सामग्री भी मिली है। हालांकि, इस बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। भोपाल के ऐशबाग थाना प्रभारी चतुर्भुज राठौर ने बताया कि हमें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। तीन लोगों के परिवार थाने आए और बताया कि कुछ लोग खुद को पुलिसवाला बताकर घर में घुसे और लड़कों को पकड़ ले गए।
HUT आईएसआईएस से भी ज्यादा खतरनाक
कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर सबकी नजरों से बचते हुए अपनी कट्टरपंथी विचारधारा को तेजी से फैला रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये संगठन आईएसआईएस से भी ज्यादा खतरनाक है। इसने लगभग 50 देशों में अपना प्रसार कर लिया है। 16 देश इस पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। यह संगठन 1952 में यरूशलम में बना। लंदन में इसका मुख्यालय है। इस संगठन की मध्य एशिया, यूरोप, दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में शाखाएं हैं। विशेष रूप से इंडोनेशिया में। दक्षिण एशिया में पाकिस्तान और बांग्लादेश में महत्वपूर्ण उपस्थिति है।
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