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UPSC टॉपर्स चार बेटियों की कहानी, किस सवाल का जवाब दें IAS बन गई स्मृति, जानें इनके बारे में सबकुछ

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डेस्क। संघ लोक सेवा आयोग यानि UPSCने मंगलवार को सिविल सेवा 2022 परीक्षा का रिजल्ट जारी किया। इसमें टॉप-4 रैंक तक बेटियों ने ही बाजी मारी है। ग्रेटर नोएडा की इशिता किशोर ने पहला रैंक हासिल किया है। दूसरे स्थान पर बक्सर की गरिमा लोहिया और तीसरे स्थान पर उमा हरति एन हैं। चौथे स्थान पर प्रयागराज की स्मृति मिश्रा हैं। UPSC टॉपर इशिता किशोर बिहार से हैं। उनका घर और ननिहाल बिहार में ही है। गरिमा भी बिहार की है। टॉप 2 में बिहार की दो बेटियां शामिल हो गई हैं। दोनों की कामयाबी पर पूरे बिहार को उनपर नाज है। वर्तमान में टॉपर इशिता का परिवार ग्रेटर नोएडा के जलवायु विहार में रहता है। इशिता के दादा और नाना दोनों बिहार में रहते हैं। इशिता मूल रूप से पटना सिटी की रहनेवाली है। उनका ननिहाल सासाराम में है।
पिता के साये से वंचित है इशिता
पिता के साये से वंचित इशिता की स्कूली शिक्षा एयरफोर्स बाल भारती से हुई थी। उनके पिता एयरफोर्स में विंग कमांडर थे। इशिता जब छोटी थीं, तभी पिता का साया सिर से उठ गया। मां ने इशिता को पढ़ा-लिखाकर इस मुकाम तक पहुंचाया। इशिता की मां ज्योति किशोर ने मीडिया को बताया, ”मैं बहुत खुश हूं। बेटी इशिता की बहुत अच्छी तैयारी रही है और वो हमेशा इसके प्रति सजग रही। परिवार के सारे लोग उसे बहुत सपोर्ट करते हैं। एक मां के रूप में जो करना चाहिए वो मैंने भी किया।”
वहीं UPSC की तरफ से जारी टॉपर्स लिस्ट में बिहार के बक्सर में रहनेवाली गरिमा लोहिया ने देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। ऑनलाइन माध्यम से UPSC परीक्षा में फतह करने वाली गरिमा ने दिल्ली विश्विद्यालय में कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया। इसी दरम्यान UPSC की तैयारी शुरू की और कामयाबी हासिल कर ली। उनके परिवार में मां, भाई और एक बड़ी बहन है। बक्सर के वूड स्टॉक स्कूल से पढ़ाई करने वाली गरिमा अपने पिता नारायण प्रसाद लोहिया के जाने के बाद पूरी तरह से टूट गई थी। करीब चार साल पहले उनके पिता का निधन हो गया था। गरिमा टूटी जरूर थी, पर हिम्मत नहीं हारी। कुछ अलग करने की तमन्ना संजोये कदम बढ़ाई और अपना सपना साकार किया। गरिमा ने मीडिया को बताया कि ”उसने सेल्फ स्टडी पर ही ज्यादा जोर दिया। सामान्य ज्ञान के लिए सोशल साइट्स की मदद ली। UPSC की परीक्षा में तैयारी बहुत मुश्किल होती है। इसका मतलब यह नहीं होता कि हम निराश हो जाये। आपको जो चीज खुशी देती हो, वह जरूर करें, परिवार के साथ रहें और मनोबल बढ़ाते रहें। वह अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को देना चाहती है”।
UPSC 2022 की परीक्षा में तीसरे नंबर पर उमा हरति एन रहीं। उमा ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने IPS पिता को दिया। हरति के पिता, एन वेंकटेश्वरलू वर्तमान में तेलंगाना के नारायणपेट जिले के SP के रूप में सेवारत हैं।
उमा हरति ने IIT-हैदराबाद से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की है। उन्होंने अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में नरविज्ञान (Andrology) के साथ परीक्षा पास की है। उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में परीक्षा पास की है। उन्होंने कहा है, ” मेरी सफलता में 100 फीसदी मेरे पिता का हाथ है।”
चौथी टॉपर स्मृति मिश्रा ने मीडिया को बताया कि ”उसके DSP पिता राजकुमार मिश्रा लोगों की खूब मदद करते थे। वो बरेली में CO सेकेंड के पद पर तैनात थे। यहीं से DSP तक का सफर किया। स्मृति मिश्रा ने कहा कि वह भी जरूरतमंद लोगों की मदद करना चाहती है। महिलाओं को उनका हक दिलाना चाहती है। इसलिए उसने शुरू में ही तय कर लिया था कि IAS अफसर बनना है। स्मृति की मां अनीता मिश्रा गृहणी हैं। स्मृति बताती हैं कि मां और पिता ने हर कदम पर उसका हौंसला बढ़ाया। स्मृति मिश्रा कहती है, कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि मुझे आठ घंटे पढ़ना है या 10 घंटे। मैं हमेशा टॉपिक तय करती थी। उसी के हिसाब से आगे पढ़ाई करती थी। मेरा फोकस रहता था कि आज मुझे ये टॉपिक खत्म करना है। उसी के हिसाब से मैं पढ़ाई करती थी। पढ़ाई पर फोकस करने के लिए मैंने सोशल मीडिया से भी दूरी बना ली थी। केवल व्हाट्सएप के जरिए ही अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से जुड़ी रहती थी। स्मृति ने कहा, ‘जब कोरोना के समय लॉकडाउन था, तब मैंने उस समय का भरपूर उपयोग अपनी तैयारियों में किया। मैंने ऑनलाइन कोचिंग की और खुद से पढ़ाई की और बेहतरीन कामयाबी हासिल कर ली’”। स्मृति कहती हैं, “जब भी मेरी पोस्टिंग होगी, तो मैं लोगों की खूब मदद करूंगी। खासतौर पर महिलाओं के लिए काम करूंगी। छोटे शहरों और कस्बो में आज भी महिलाओं को हक नहीं मिलता है। इसलिए उनके लिए मैं काम करूंगी।” स्मृति ने आगरा से 12वीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद वह दिल्ली आ गईं। यहां मिरिंडा कॉलेज से उसने BSC की पढ़ाई की। अब डीयू से ही लॉ की पढ़ाई कर रहीं हैं।
इस सवाल का जवाब देकर IAS बन गईं स्मृति
स्मृति से इंटरव्यू के दौरान कई रोचक सवाल पूछे गये। चूंकि स्मृति प्रयागराज से थीं, इसलिए उनसे कुंभ मेले को लेकर सवाल किया गया। पूछा गया कि कुंभ मेले का कैसे आयोजन होता है? कैसे इतनी भारी भीड़ को मैनेज किया जाता है? ऐसे में उनसे पूछा गया कि अगर आपको कानून और जिंदगी में से कुछ एक चुनना हुआ तो आप क्या चुनोगे? इस सवाल का स्मृति ने भी बड़े ही अलग अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘लोगों की जिंदगी बेहतर हो। लोग अपनी जिंदगी को एंज्वॉय कर सकें, इसलिए कानून बनाया जाता है। इसलिए मैं कानून का ही चयन करूंगी। कानून से लोगों की जिंदगी बेहतर और सरल हो जाती है।’


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