नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर आज से भारत दौर पर आ रहे है। प्रचंड 31 मई से 3 जून तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। वह दिसंबर 2022 में कार्यभार संभालने के बाद भारत की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आ रहे हैं। प्रचंड के साथ एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा। नेपाल पीएम का भारत दौरा काफी अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि ड्रैगन की कूटनीति सहित कई समझौतों पर मुहर लगेगी।
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से भी करेंगे मुलाकात
यात्रा के दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगे। भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय साझेदारी के विविध क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ व्यापक बातचीत करेंगे। अन्य भारतीय गणमान्य व्यक्ति नेपाल के प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे।
सौहार्दपूर्ण रिश्ते बढ़ाने आएंगे प्रचंड
विदेश मंत्रालय ने कहा कि आधिकारिक व्यस्तताओं के अलावा, नेपाल के प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के तहत उज्जैन और इंदौर भी जाएंगे। मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा हमारी ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ को आगे बढ़ाने के लिए भारत और नेपाल के बीच नियमित रूप से उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को जारी रखे हुए है। मंत्रालय ने आगे कहा कि सहयोग के सभी क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी मजबूत हुए हैं। यह यात्रा द्विपक्षीय साझेदारी को और गति देने में दोनों पक्षों द्वारा दिए गए महत्व को रेखांकित करती है।
कई समझौतों पर लगेगी मुहर
इस यात्रा को लेकर दोनों ही पक्षों में काफी उत्सुकता है। खासकर बीते कुछ सालों से जिस तरह नेपाल लगातार चीन के करीब होता जा रहा है। ऐसे में यह यात्रा नए सिरे से संबंधों में गर्माहट आएगी। प्रचंड सदियों पुराने, बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी व अन्य नेताओं से वार्ता करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर मुहर लगेगी।
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