केंद्रीय विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए पीएचडी की कोई अनिवार्यता नहीं होगी। अब बिना पीएचडी के भी कोई भी छात्र इस पद के लिए आवेदन भर सकते है।
शिक्षा मंत्रालय केंद्रीय के मुताबिक विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति के लिए पीएचडी की अनिवार्यता अब नहीं होगी। हालाकि यह छुट सिर्फ इस सत्र के लिए ही दी गई है। इस बारे में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है की छात्रों ने कोरोना महामारी के कारण राहत की मांग की थी। कॉविड के कारण पिछले 2 साल से छात्रों को पीएचडी पूरी नहीं हो पा रही है जिसके चलते ये मांग की गई थी। उन्होंने आगे कहा ही छात्रों की हित को देखते हुते उनकी ये मांग को स्वीकार कर लिया गया है।
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