वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में हार के बाद गिरेगी गाज, 5 भारतीय खिलाड़ी जिनकी टेस्ट टीम से छुट्टी तय, अब शायद ही मिले खेलने का मौका
डेस्क। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में लगातार दूसरी बार टीम इंडिया को फाइनल में हार मिली। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया से हार गई। इस हार के वैसे तो कई दोषी हैं। बल्लेबाज से लेकर गेंदबाज तक, सभी फ्लॉप रहे। आईपीएल की थकावट भी बड़ी वजह है। लेकिन टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जो काफी समय से फ्लॉप हो रहे हैं। उन्हें सिर्फ पुराने रिकॉर्ड या नाम की वजह से मौका मिल रहा है। अगर कहे कि इन्हें ढोया जा रहा है तो गलत नहीं होगा। हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी अब टेस्ट टीम से छुट्टी हो सकती है। इसमें बड़े-बड़े सुपरस्टार भी शामिल हैं।
चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा आईपीएस के दौरान से ही इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे। इसके बाद भी फाइनल में फ्लॉप रहे। जनवरी 2019 के बाद पुजारा ने टेस्ट में सिर्फ एक शतक लगाया है, वो भी बांग्लादेश के खिलाफ। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भी वह फेल रहे थे। पिछले चार साल में तीन साल उनका औसत 30 से नीचे का रहा है। ऐसे में अब 35 साल के पुजारा की टीम में जगह नहीं बनती।
उमेश यादव
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उमेश यादव भारतीय गेंदबाजी की सबसे कमजोर कड़ी साबित हुए। उमेश भले ही तेज गेंदबाज हैं लेकिन उनका रिकॉर्ड विदेशों से अच्छा घर में हैं। उनके साथ अब फिटनेस की समस्या भी है। साथ ही युवा तेज गेंदबाज भी आ रहे हैं। ऐसे में उमेश अब शायद ही खेलते दिखे।
अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाण ने टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। लेकिन टीम इंडिया उनमें भविष्य नहीं देख सकती। अगला टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2 साल बाद है। तब तक रहाणे 37 साल के हो जाएंगे। ऐसे में भारतीय टीम किसी युवा खिलाड़ी को तैयार करना चाहेगी। रहाणे को वैसे भी चोटिल अय्यर की जगह टीम में मौका मिला था।
रोहित शर्मा
रोहित शर्मा पिछले कुछ सालों में भारत के सबसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज रहे हैं। लेकिन यह भी साफ है कि उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है। एक बड़ी पारी खेलने के बाद वह लगातार फेल हो रहे हैं। कई मौकों पर अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दिल नहीं कर पाते। पहले रोहित के साथ ऐसे नहीं था। फाइनल के दूसरी पारी में भी शुरुआत मिलने के बाद उन्होंने विकेट फेंक दिया। ऐस में 36 साल के रोहित की जगह टीम में बनती नहीं दिखती।
विराट कोहली
कुछ साल पहले तक टेस्ट में विराट कोहली का औसत 55 का था, जो अबी 49 से भी नीचे आ गया है। 2019 के बाद टेस्ट में उनका नाम सिर्फ एक शतक है। विदेश में तो 2018 के बाद ही उनके नाम शतक नहीं है। फाइनल में भी सेट होने के बाद वह बड़ी पारी नहीं खेल पाए। विदेशों में वह बार-बार ड्राइव खेलने में आउट होते हैं। ऐसे में अब उनकी जगह भी टीम में नहीं बनती।
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