कोलकता। पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने मुझे दिसंबर 2020 में उपमुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया था। एक रैली को संबोधित करते हुए अधिकारी ने कहा कि उन्हें 1 दिसंबर 2020 को यानि जिस दिन मैंने टीएमसी छोड़ी उससे एक दिन पहले उपमुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया गया था।
भाजपा नेता ने कहा कि मैंने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था ताकि पश्चिम बंगाल को बचा सकूं। मैं टीएसी छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार था। वहीं सुवेंदु अधिकारी के दावे को टीएमसी ने खारिज किया है।
टीएमसी के प्रवक्ता कुनाल घोष ने कहा कि सुवेंदु अधिकारी को किसी ने उपमुख्यमंत्री के पद का प्रस्ताव नहीं दिया था। सुवेंदु अधिकारी ने खुद यह पद मांगा था। जब उनके खिलाफ सीबीआई ने नरादा स्टिंग केस में एफआईआर दर्ज की थी तो इससे बचने के लिए उन्होंने उपमुख्यमंत्री का पद मांगा था।
कुनाल घोष ने कहा कि सुवेंदु अधिकारी की मांग को जब ठुकरा दिया गया तो उन्होंने टीएमसी को छोड़ भाजपा का हाथ थाम लिया था। बता दें कि 1998 से 2020 तक सुवेंदु अधिकारी टीएमसी में शामिल थे, वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफी करीबी माने जाते थे।
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