चेस वर्ल्ड कप 2023 में भारत के ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंद को हार का सामना करना पड़ा है। इस बुरी हार के बावजूद उन्होंने इतिहास रच दिया है। बता दें वो भारत के ऐसे दूसरे खिलाड़ी हैं जो FIDE Chess World Cup फाइनल में पहुंचे थे। इससे पहले सिर्फ विश्वनाथ आनंद यहां तक का सफर तय कर पाए थे। उन्होंने नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन को दो दिन तक कड़ी टक्कर दी। हालांकि तीसरे दिन टाईब्रेकर के पहले दौरे में ही प्रज्ञानानंद को हार का सामना कर पड़ गया। 25-25 मिनट के दोनों ही राउंड में प्रज्ञानानंद को हार मिली।
इनाम के तौर पर प्रज्ञानंद को मिलेगी मोटी रकम
वर्ल्ड कप फाइनल हारने के बावजूद प्रज्ञानानंद को मोटी रकम इनाम के तौर पर मिलने वाली है। वहीं, दुनिया के नंबर वन चेस प्लेयर मैग्नस कार्लसन को पहली बार ये खिताब जीतने का मौका मिला है। 18 साल के प्रज्ञानानंद को 80 हजार यूएस डॉलर यानी की 66 लाख रुपये का इनाम मिलेगा, क्योंकि वो फिनाले तक पहुंचे और वो इस प्रतियोगिता के runner up रहे हैं। वहीं मैग्नस जिन्होंने चेस कप जीत लिया है उन्हें 110 हजार रुपये यूएस डॉलर यानी की करीब 91 लाख रुपये का इनाम मिलेगा।
प्रज्ञानानंद ने रचा इतिहास
भारत के वे दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया था। विश्वनाथन आनंद के बाद वे भारत की तरफ से विश्व कप खेलने में सफल हुए। अच्छी बात ये थी कि पहले 2 दिन प्रज्ञानानंद ने अपने प्रतिद्वंदी और खेल के दिग्गज मैग्नस कार्लसन को कड़ी टक्कर दी और 1-1 से मैच ड्रॉ रहा। हालांकि तीसरे दिन उनको लगातार 2 टाई ब्रेकर राउंड के मैचों में हार का सामना करना पड़ा और उनका वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया।
3 दिन पहला था मैच
प्रज्ञानानंदा और कार्लसन के बीच 3 दिन चले इस खिताबी मुकाबले की बात करें तो मंगलवार को मुकाबला शुरू हुआ था। पहले दिन 4 घंटे से ज्यादा समय तक खेल चला और 70 से ज्यादा चालों के बाद मैच ड्रॉ रहा। अगले दिन बुधवार को दोनों के बीच दूसरी बाजी डेढ़ घंटे तक चली और 30 चाल के बाद दोनों ने मैच को ड्रॉ करने पर सहमति बना ली। वहीं तीसरे दिन पहले तो 25-25 मिनट का राउंड हुआ प्रज्ञानानंद हार गए, वहीं दूसरे सेट में वो जल्दी ही हार मान गए।
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