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‘मेरी आंखों से आंसू तो…’ विश्व चैम्पियनशिप में इतिहास रचने के बाद नीरज चोपड़ा ने साझा किया अनुभव

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डेस्क। रविवार को बुडापेस्ट में विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतकर चोपड़ा ने भारतीयों को गौरवान्वित होने का एक और मौका दिया है. नीरज चोपड़ा एक ही समय में ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाले अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए. बिंद्रा ने 23 वर्ष की उम्र में विश्व चैम्पियनशिप और 25 की उम्र में ओलंपिक स्वर्ण जीता था. वह कम से कम दो ओलंपिक और दो विश्व चैम्पियनशिप और खेल सकते हैं.
जीत के पल को बयां करते हुए नीरज चोपड़ा ने कहा, “मेरी आंखों से आंसू तो नहीं आए, मेरे अंकल और दोस्त थे वहां तो उनके आंसू छल्के. मुझे लगा की मैं इमोशनल हो जाऊंगा लेकिन, मेरे आंसू नहीं आए. आगे देखते हैं हालांकि मैं इमोशन थोड़ा सा कन्ट्रोल कर लेता हूं. ये उत्साह का मौका होता है और जोश बहुत ज्यादा होता है और इसलिए आंसू आ जाते है. आगे अच्छा थ्रो करूंगा और फिर सब साथ रोयेंगे. क्वालीफाइंग राउंड के बाद मैं सोच रहा था की खुद को और पुश करना है क्योंकि मुझे लग रहा था की और अच्छी थ्रो निकलेगी पर आपको पता है की कितना प्रेशर होता है.”
“उस समय में तो कुछ न कुछ टेक्निक में या स्पीड में या प्रॉपर हमें क्वालिफिकेशन राउंड में भी पुश करना पड़ता है और अंदर उस दिन थ्रो भी काफी अच्छी थी और बीच में रिकवरी का टाइम एक दिन का था तो वो भी एक बहुत बड़ा फैक्टर है की कैसे रिकवरी करके वापसी करते है और फिर फाइनल में उस तरह से परफॉर्म करते हैं. कभी कभी प्रेशर भी हो जाता है लेकिन, हमेशा मैं सोचता हूँ की मैं लास्ट थ्रो भी निकाल सकता हूं. दोनों फीलिंग बहुत स्पेशल है ओलंपिक्स भी बहुत ज्यादा स्पेशल था और वर्ल्ड चैंपियनशिप अपने आप में एक बहुत बड़ा टाइटल है. आप अगर कॉम्पिटिशन के हिसाब से बात करें तो वर्ल्ड चैंपियनशिप हमेशा ओलंपिक्स से बहुत ज्यादा मुश्किल रहता है.”
25 वर्ष के चोपड़ा ने पहला प्रयास फाउल रहने के बाद दूसरे में आज का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका. इसके बाद उन्होंने 86 . 32 मीटर, 84 . 64 मीटर , 87 . 73 मीटर और 83 . 98 मीटर के थ्रो फेंके. पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 87 . 82 मीटर के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत और चेक गणराज्य के याकूब वालेश ने कांस्य पदक जीता जिनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 86 . 67 मीटर का था. चोपड़ा ने फाउल के साथ शुरू किया लेकिन दूसरे प्रयास में बढत बनाई जो अंत तक कायम रही. पाकिस्तान के नदीम भी तीसरे दौर के बाद दूसरे स्थान पर आ गए और आखिर में पहले दो स्थान इन्हीं दोनों को मिले.
दूसरी तरफ नीरज की जीत पर उनकी माँ ने भी कहा है कि बेटे के इतिहास रचाने पर उनके आँखों में आंसू आ गए ।


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