बंगलुरु। इसरो ने 2 सितंबर को नया कीर्तिमान रचा, जहां उसने देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल1 को लॉन्च किया। इस यान को PSLV रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया। अब ये तय कक्षा में चक्कर लगाते हुए सूर्य की ओर जा रहा। इसकी लॉन्चिंग के एक दिन बाद ही भीषण सौर तूफान उठा। ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर आदित्य एल1 अभी किस हालत में है।
राष्ट्रीय मौसम सेवा के अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान केंद्र (एसडब्ल्यूपीसी) के मुताबिक सूरज पर एक बड़ा विस्फोट हुआ था, जिससे सौर तूफान उठा। ये तूफान 3 सितंबर (रविवार) को पृथ्वी से टकराया। दुनिया के कुछ चुनिंदा हिस्सों में इसका प्रभाव देखने को मिला।
Aditya L1 अच्छी बात ये है कि इसका आदित्य एल1 मिशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। हमारा यान पूरी तरह से सुरक्षित है और वो तय रूट पर तेजी से आगे बढ़ रहा। उसको ऐसे डिजाइन किया गया है कि इस तरह के सौर तूफान को आसानी से झेल लेगा। वहीं रविवार को इसरो ने आदित्य को लेकर अपडेट भी दिया था।
स्पेस एजेंसी ने कहा कि उपग्रह पूरी तरह से स्वस्थ है और वो अभी नाममात्र ही काम कर रहा। उसने रविवार को पहली बार अपनी कक्षा बदली और अंतरिक्ष में पहली छलांग लगाई। यान 235×19500 किलोमीटर की कक्षा से अब सफलतापूर्वक 245×22459 किलोमीटर की कक्षा में प्रवेश कर चुका है।
विशेष धातु का इस्तेमाल
वहीं अंतरिक्ष में बहुत ज्यादा ठंड रहती है। इसके अलावा सौर तूफान का भी खतरा रहता है। ऐसे में आदित्य एल1 को कुछ खास धातुओं से बनाया गया है, जिससे उस पर दोनों चीजों का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हालांकि इस धातु के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। अमेरिका में दिखा अरोरा वैसे तो सौर तूफान सैटेलाइट, पावर ग्रिड आदि को काफी नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं आई है। हालांकि अमेरिका के कुछ हिस्सों में अरोरा देखने को मिले। इस दौरान आसमान में हरी रोशनी छा गई थी।
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