Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

NIA Raid: उत्तर प्रदेश के 8 जिलों में एनआईए का छापा, घोसी में सपा का प्रचार कर रहे नेता के घर पहुंची टीम

- Sponsored -

- Sponsored -


लखनऊ। एनआईए की टीम ने सुबह से आजमगढ़, देवरिया, वाराणसी, प्रयागराज, चंदौली समेत 8 जिलों में छापेमारी कर रही है। BHU के छात्र संगठन कार्यालय में टीम भगत सिंह छात्र मोर्चा के कार्यालय को कब्जे में लेकर दस्तावेज खंगाल रही है। संगठन के सदस्यों की संदिग्ध गतिविधियों पर एनआईए को इनपुट मिला है। एनआईए के साथ पुलिस और अन्य अधिकारी कैंपस में मौजूद है।
नक्सली कनेक्शन को लेकर छापेमारी
वाराणसी के महामानपुरी कॉलोनी स्थित एक घर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार सुबह छापा मारा। बताया जा रहा है कि इस मकान में दो छात्राएं भगत सिंह स्टूडेंट मोर्चा का दफ्तर चलाती हैं। यहां से सरकार विरोधी गतिविधियों को संचालित करने का आरोप है। मिली जानकारी के अनुसार संगठन की दो सदस्य हिरासत में हैं।
सूत्रों के मुताबिक छात्राओं के अलावा मोर्चा से जुड़े कई अन्य युवक भी मकान में मौजूद हैं। एनआईए की टीम सभी से अलग-अलग पूछताछ कर रही है। मोर्चा के सदस्यों पर आरोप है कि ये बीएचयू में विभिन्न मुद्दों पर आंदोलनरत रहे हैं। साथ ही विभिन्न मुद्दों पर सरकार के विरोध में मुखर रहे हैं। महामानपुरी कालोनी में मकान के रास्ते पर फोर्स तैनात है। किसी को भी आने जाने नहीं दिया जा रहा है। मकान में भी किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। मकान किराए पर लिया गया है।
देवरिया में छापेमारी जारी
देवरिया के उमा नगर कस्बे में भी एनआईए की छापेमारी जारी है। वहां डॉ. रामनाथ चौहान के घर छापा पड़ा है। डॉ. चौहान जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव हैं। वह घोषी के उपचुनाव में सपा का प्रचार कर रहे थे। घर के अंदर परिवार के कई लोगों से एजेंसी पूछताछ कर रही है। घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। रामनाथ पहले बीएसपी से भी जुड़े रहे हैं।
चंदौली का युवक नक्सल गतिविधियों में शामिल
उग्रवादियों के खिलाफ एक्शन जारी
दरअसल, पिछले साल 2022 में जांच एजेंसी एनआईए को कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी। उस वक्त जांच एजेंसी को पता चला कि उत्तर प्रदेश के जनपदों में नक्सल गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए कुछ संदिग्ध लोग कई कार्यक्रम और युवाओं को भड़काने जैसी गतिविधियों में सक्रिय हैं। इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए ने शुरुआती तौर पर कुछ इनपुट इकट्ठा किए, जिसके आधार पर एनआईए ने इस वर्ष जनवरी में लखनऊ जोन में एक एफआईआर (NIA Case no. RC- 01/2023/NIA/LKW ) दर्ज की।
आसपास के इलाके सील
एनआईए के सूत्रों के मुताबिक सर्च ऑपरेशन के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं। हालांकि इनकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। एनआईए के अधिकारी मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए फिलहाल कुछ नहीं बोल रहे हैं। जिन स्थानों पर छापेमारी कई गई, वहां किसी को जाने की इजाजत नहीं दी गई। जहां-जहां एनआई की छापेमारी चल रही है, उसके आसपास के इलाके सील कर दिए गए हैं।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.