कोलकाता। एक 8 वर्षीय बच्चे ने एक बड़े रेल हादसे को टालकर और कई लोगों की जान बचाकर साबित कर दिया कि बचाने वाला हमेशा मारने वाले से बड़ा होता है। तभी तो एक बच्चे की सूझ-बूझ से सैकड़ों लोगों की जान बच गई। इतनी छोटी उम्र में बच्चे ने जो कारनामा किया है, उसके लिए सभी लोग उसकी तारीफ तो कर ही रहे है, मगर साथ ही सैकड़ों ट्रेन यात्री दुआएं भी दे रहे हैं, जिसने कितनी ही माताओं की गोद सुनी होने और कई महिलाओं को विधवा होने से बचा लिया।
आपको बता दें कि पांचवीं कक्षा के छात्र मोरसलीम ने अपना लाल टी-शर्ट उतारकर ट्रेन रोककर सैकड़ों यात्रियों की जान बचाई है। यह घटना हरिश्चंद्रपुर थाना क्षेत्र के भालुका रोड स्टेशन के पास की है।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक घटना शुक्रवार दोपहर साढ़े तीन बजे की है। अप कंचनजंगा एक्सप्रेस बेहद तेज गति से मालदा जिले के भालुका रोड स्टेशन से गुजरी रही थी। उस समय 8 वर्षीय बालक मुरसाली रेल लाइन के किनारे से होकर घर लौट रहा था। अचानक उसे को ट्रैक पर एक बड़ा गड्डा दिखाई देता है, जहां एक्सप्रेस ट्रेन आने वाली थी। उनके मन में सवाल उठा कि रेलवे लाइन पर इतने गड्डे गढ़े से ट्रेन को कोई खतरा तो नहीं होगा ?
मन में यह बात आते ही पाँचवीं कक्षा के विद्यार्थी ने सोचते-सोचते उसने अपनी लाल टी-शर्ट उतार दी और ट्रेन को दिखाने लगा। बच्चे को उस तरह रेलवे ट्रैक पर देखकर ड्राइवर ने ट्रेन रोक दी। रेलवे के अधिकारी दौड़े वहा पर आये। लड़के से सारी बात सुनने के बाद वे लोग घटनास्थल का दौरा करने गए।
उन्होंने ने देखा कि रेलवे लाइन के नीचे एक बहुत गहरा गड्ढा था। अगर ट्रेन नहीं रूकती तो बड़ी दुर्घना हो सकती थी। इसके बाद लाइन की मरम्मत का काम तुरंत शुरू हो गया। ट्रेन अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंच गई।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक घटना शुक्रवार दोपहर साढ़े तीन बजे की है। अप कंचनजंगा एक्सप्रेस बेहद तेज गति से मालदा जिले के भालुका रोड स्टेशन से गुजरी। उस समय 8 वर्षीय बालक मोरसालिम रेल लाइन के किनारे से होकर घर लौट रहा था। खुदे को ट्रैक पर एक बड़ा गड्डा दिखाई देता है जहां एक्सप्रेस ट्रेन आने वाली है। उनके मन में सवाल उठता है कि रेलवे लाइन पर इतने बड़े छेद से ट्रेन को कोई खतरा तो नहीं होगा? पाँचवीं कक्षा के विद्यार्थी ने सोचते-सोचते लाल टी-शर्ट उतार दी। यह ट्रेन की ओर ऊपर की ओर घूम गया। बच्चे को उस तरह देखकर ड्राइवर ने ट्रेन रोक दी. रेलवे वाले दौड़े आये. लड़के से सारी बात सुनने के बाद वे घटनास्थल का दौरा करने गए।
आप देखिए, रेलवे लाइन के नीचे एक बहुत गहरा गड्ढा है। इसके बाद लाइन की मरम्मत का काम लगभग तुरंत शुरू हो गया। ट्रेन सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच गई. रेलवे ने लड़के की बहादुरी की सराहना की. छात्र के परिवार समेत पूरा गांव बेहद खुश था. अब्दुस सत्तार नाम के एक बुजुर्ग के शब्दों में, ”उसने जो किया है उस पर हम सभी को गर्व है।”
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