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सालार Vs डंकी पर एक्सपर्ट्स की राय : ईगो छोड़ बातचीत करनी चाहिए, तरण आदर्श बोले- फैंस आपस में लड़ेंगे; 100 करोड़ का नुकसान होगा

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मुंबई। शाहरुख खान की फिल्म डंकी 22 दिसंबर को क्रिसमस के मौके पर रिलीज होगी। हालांकि, इससे भी बड़ी खबर यह है कि सालार भी क्रिसमस के मौके पर रिलीज होने को तैयार है। सोमवार को यह खबर आई है कि प्रभास की एक्शन पैक्ड फिल्म सालार भी इस साल दिसंबर के अंत में रिलीज होगी।
सालार की प्रोडक्शन टीम की तरफ से एग्जिबिटर्स को एक मेल आया था। इस मेल में एग्जिबिटर्स को क्रिसमस के लिए डेट फिक्स करने का निर्देश दिया गया। अब इन दोनों बड़ी फिल्मों के क्लैश होने पर ट्रेड्स पर क्या असर पड़ेगा, यह जानने के लिए दैनिक भास्कर ने कई एक्सपर्ट्स से बात की।
ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने कहा कि सालार और डंकी के साथ में रिलीज होने से दोनों फिल्मों को नुकसान होगा। तरण ने कहा कि दोनों प्रोडक्शन हाउस को बैठ कर इस पर सोचना चाहिए कि कैसे इस क्लैश को टाला जाए।
एक और ट्रेड एनालिस्ट अक्षय राठी के मुताबिक, क्लैश होने की दशा में दोनों फिल्मों को 100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान होगा।
हमने साउथ बेस्ड ट्रेड एक्सपर्ट रमेश बाला से भी बात की। रमेश ने कहा कि हिस्ट्री फिर रिपीट हो रही है। एक वक्त पर जीरो और KGF का क्लैश हुआ था. जिसमें जीरो का बुरा हाल हुआ था। रमेश को उम्मीद है कि डंकी का हाल जीरो जैसा नहीं होगा। मुंबई के गेयटी गैलेक्सी थिएटर के मालिक और मशहूर एग्जिबिटर मनोज देसाई ने कहा कि दोनों फिल्मों के प्रोड्यूसर्स को ईगो छोड़ आपस में बातचीत कर रास्ता निकालना चाहिए।
तरण आदर्श ने कहा- क्लैश होने की दशा में फैंस के बीच लड़ाई-झगड़े जैसा माहौल बन जाता है
सालार Vs डंकी के क्लैश पर तरण आदर्श ने कहा, ‘यह सुनने में तो अच्छा लगता है कि दो बड़ी फिल्में एक साथ रिलीज हो रही हैं। हालांकि, व्यापार की दृष्टि से यह अच्छा नहीं होता। व्यापार को भी पीछे छोड़ दीजिए। ऐसी स्थिति में बहुत निगेटिविटी फैल जाती है। फैंस आपस में लड़ने लग जाते हैं। जहां दो फिल्मों को सेलिब्रेट करना चाहिए, वहां वॉर जैसी स्थिति बन जाती है। ऐसी खबरें बाहर सुनने में अच्छी लगती हैं, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री के अंदर लोगों के माथे पर शिकन आ जाती है।’ तरण आदर्श ने कहा कि ये लड़ाई आम नहीं है। ये दो महारथियों की लड़ाई है। हर चीज के लिए घमासान होगा। स्क्रीन्स की संख्या लेकर शोज तक, हर चीज की खींचातानी देखने को मिलेगी।
अगर संभव हो तो क्लैश से बचना चाहिए- तरण आदर्श
हम पहले भी देख चुके हैं कि दो फिल्मों के क्लैश होने पर इंडस्ट्री के अंदर रिश्तों में खटास हो जाती है। पिछले कुछ सालों में हम अजय देवगन की फिल्मों का यशराज फिल्म्स और धर्मा प्रोडक्शन के साथ क्लैश देख चुके हैं। अब भी कुछ ऐसी ही स्थिति बन रही है। इस पर तरण आदर्श क्या कहेंगे। जवाब में उन्होंने कहा, ‘देखिए, बिजनेस में तो कहीं न कहीं चोट पहुंचती है। हर एक्टर के लिए शुक्रवार का दिन बहुत अहम होता है।
बॉक्स ऑफिस नंबर्स पर उसकी निगाहें रहती हैं। बॉक्स ऑफिस नंबर्स ही यह डिसाइड करते हैं कि आपकी फिल्म अर्श पर है या फर्श पर। ऐसे में क्लैश से नुकसान तो होता ही है। साथ ही रिश्ते भी खराब होते हैं। मेरी व्यक्तिगत राय है कि सालार और डंकी का क्लैश नहीं होना चाहिए। यह दोनों फिल्मों के लिए बेहतर होगा।’
विदेश में सालार पर हावी होगी डंकी
डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस पर दोनों फिल्मों में कौन बाजी मारता है, इस पर बात करना मुश्किल है। हालांकि, ओवरसीज में दोनों फिल्मों में कौन बेहतर होगा, इस पर तरण आदर्श ने कहा, ’शाहरुख खान की फैन फॉलोइंग हमेशा से विदेशों में तगड़ी रही है। उन्हें चैलेंज करना आसान नहीं है। मुझे लगता है कि वहां शाहरुख को थोड़ा एज जरूर रहेगा।’ साउथ के अधिकतर फिल्म मेकर्स रिलीज डेट निकालने के लिए ज्योतिष का सहारा लेते हैं
हमने इस संबंध में ट्रेड एक्सपर्ट अक्षय राठी से बात की। अक्षय ने सालार की रिलीज डेट को लेकर एक दिलचस्प बात बताई। हमने पूछा कि सालार के प्रोड्यूसर ने डंकी के साथ ही अपना रिलीज डेट क्यों रखा। जवाब में उन्होंने कहा, ‘साउथ के ज्यादातर फिल्म मेकर्स ज्योतिष पर बहुत यकीन करते हैं। वो रिलीज डेट रखते समय गणनाओं का ध्यान रखते हैं, ऐसे में हो सकता है कि उन्हें क्रिसमस के वक्त सही डेट मिल गई हो।’
दोनों फिल्मों को 100 करोड़ का नुकसान होगा
अक्षय राठी के मुताबिक, डंकी और सालार के बीच क्लैश होने की दशा में दोनों फिल्मों को तकरीबन 100 करोड़ का नुकसान होगा। शाहरुख की फिल्म जीरो का यश की फिल्म KGF से क्लैश हुआ था, उस वक्त जीरो फ्लॉप हुई थी, ऐसे में अभी की क्या सिचुएशन है? जवाब में अक्षय ने कहा, ‘शाहरुख इस वक्त टॉप फॉर्म में हैं। उनकी बैक टु बैक फिल्में 500 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन करने में कामयाब रही हैं। ऐसे में अब माहौल बदल गया है। हालांकि, मैं अब भी कहूंगा कि जो फिल्म अच्छी होगी, पैसा वही कमाएगी।’
साउथ में आज भी हिंदी फिल्में सफल क्यों नहीं होतीं
साउथ की फिल्मों को नॉर्थ में खूब पसंद किया जाता है, हालांकि साउथ में हिंदी फिल्मों को उस कदर लोकप्रियता नहीं मिल पाती है। इस पर बात करते हुए अक्षय कहते हैं, ‘साउथ वाले अपनी फिल्मों में जमीन से जुड़ी हुई चीजें दिखाते हैं।
वहां के लोग अपने आप को इससे रिलेट कर पाते हैं। वहीं बॉलीवुड की फिल्मों में अधिकतर एलीट क्लास दिखाया जाता है। साउथ की ऑडियंस खुद को इन फिल्मों से जोड़ कर नहीं देख पाती। शायद इसी वजह से बॉलीवुड की फिल्मों को साउथ में उतना पसंद नहीं किया जाता। हालांकि हमने रीसेंट में देखा कि जवान ने साउथ रीजन में भी अच्छा व्यापार किया। उस फिल्म में वो सब कुछ था, जो एक साउथ ऑडियंस पसंद करती है।’
अभी दोनों फिल्मों की तुलना करना सही नहीं- रमेश बाला
चूंकि सालार एक साउथ फिल्म है, ऐसे में इस क्लैश को लेकर हमने साउथ के ट्रेड एक्सपर्ट रमेश बाला से भी बात की। उन्होंने कहा, ‘सालार एक एक्शन पैक्ड फिल्म है। दर्शकों को पहले ही आइडिया है कि वो फिल्म में क्या देखने वाले हैं। दूसरी तरफ डंकी की स्टोरी लाइन के बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। ऐसे में दोनों फिल्मों की तुलना करना अभी सही नहीं होगा। हां, ये जरूर है कि दोनों फिल्मों के क्लैश पर बिजनेस जरूर डिवाइड होगा।’
दोनों प्रोड्यूसर्स को ईगो छोड़ना चाहिए- मनोज देसाई
एग्जिबिटर और मुंबई के फेमस गेयटी गैलेक्सी थिएटर के मालिक मनोज देसाई ने कहा. ‘जिस फिल्म को दर्शक पसंद करेंगे, वो फिल्म ज्यादा पैसा कमाएगी। दोनों प्रोड्यूसर्स को ईगो को साइड में रखकर एक-दूसरे से टकराने का जोखिम नहीं लेना चाहिए। प्रोड्यूसर्स तो अनाउंस कर देते हैं, डिस्ट्रीब्यूटर्स का भी फायदा हो जाता है, भुगतना सिर्फ एग्जिबिटर्स को पड़ता है।
मनोज देसाई के मुंबई में 7 से 8 थिएटर चलते हैं। वे गेयटी गैलेक्सी के अलावा मशहूर मराठा मंदिर सिनेमाघर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर भी हैं। मनोज देसाई के मुंबई में 7 से 8 थिएटर चलते हैं। वे गेयटी गैलेक्सी के अलावा मशहूर मराठा मंदिर सिनेमाघर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर भी हैं।
प्रभास की तुलना में शाहरुख की स्थिति इस वक्त बेहतर
मनोज ने आगे कहा, ‘शाहरुख खान की हालिया स्थिति काफी अच्छी है। उनकी पिछली दो फिल्मों ने रिकॉर्डतोड़ कमाई की है। दूसरी ओर, आदिपुरुष के बाद प्रभास के लिए आने वाला समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण जरूर रहेगा।’ साउथ की फिल्में हिंदी पट्टी में क्यों हिट होती हैं, इसके पीछे की वजह बताते हुए मनोज कहते हैं, ‘बॉलीवुड एक्टर्स के बीच अनुशासन की भारी कमी है। मैं जानता हूं कि यह बात इंडस्ट्री में मेरे कई दोस्तों को अच्छी नहीं लगेगी। साउथ सिनेमा के एक्टर्स अनुशासन में रहते हैं, इस वजह से पब्लिक उन्हें पसंद करती है।’


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