नई दिल्ली। बीते दो महीने में गोल्ड की कीमत 2400 रुपये कम हो गई है. जिसके बाद सोना देश में 6 महीने के लोअर लेवल पर आ गया है. उसका कारण है डॉलर इंडेक्स में तेजी और बांड यील्ड में इजाफा. आने वाले दिनों में या यूं कहें कि दिवाली से पहले गोल्ड और 2500 रुपये सस्ता हो सकता है. भारत में धनतेरस से दो हफ्ते पहले मुंबई और दिल्ली से 12 हजार किलोमीटर दूर एक ऐसा फैसला हो सकता है, जिससे डॉलर इंडेक्स 110 के करीब पहुंच सकता है और सोने के दाम में फिर से गिरावट देखने को मिल सकती है. देश में गोल्ड के दाम 55,500 के लेवल पर पहुंच सकते हैं. उसके बाद भी गोल्ड के दाम करीब पिछले साल के मुकाबले करीब 10 फीसदी ज्यादा ही होंगे. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में गोल्ड की कीमतें कितनी चल रही है और देश में गोल्ड के दाम दिवाली के मौके पर कितने हो सकते हैं.
6 महीने के लोअर लेवल पर गोल्ड
मौजूदा समय में गोल्ड की कीमत 6 महीने के लोअर लेवल पर पहुंच गए हैं. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर आज दिसंबर वायदा 123 रुपये की गिरावट के साथ 58160 रुपये प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा है. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान 58139 रुपये प्रति दस ग्राम के साथ 6 महीने के लोअर लेवल पर आ गया. अगर बात बीते दो महीने की करें तो गोल्ड की कीमत में करीब 2400 रुपये की गिरावट देखने को मिल चुकी है. 27 जुलाई को गोल्ड के दाम 60,499 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए थे. उसके बाद आज कीमतें 58139 रुपये पर आ गई.
चांदी की कीमत में भी गिरावट
वहीं दूसरी ओर चांदी की कीमत में भी गिरावट देखने को मिल रही है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी की कीमत दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर 52 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 70497 रुपये पर कारोबार कर रही है. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान 70457 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया. बीते दो महीने की बात करें तो चांदी के दाम 27 जुलाई को 77,611 रुपये प्रति किलोग्राम पर थे. इसका मतलब है कि आज के लोअर लेवल से तुलना करें तो चांदी 7,154 रुपये प्रति किलोग्राम टूट चुकी है.
इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड सिल्वर प्राइस क्रैश
वहीं दूसरी ओर इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड सिल्वर प्राइस क्रैश होते दिखाई दे रहे हैं. कॉमेक्स पर गोल्ड फ्यूचर के दाम 1,891.50 डॉलर प्रति ओंस के साथ फ्लैट कारोबार कर रहा है. गोल्ड स्पॉट के दाम भी 1,875.40 डॉलर प्रति ओंस के साथ फ्लैट ही है. सिल्वर फ्यूचर के दाम 0.22 फीसदी की गिरावट के साथ 22.68 डॉलर प्रति ओंस और सिल्वर स्पॉट के दाम 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 22.48 डॉलर प्रति ओंस पर पहुंच गए हैं. दोनों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. जानकारों की मानें तो नवंबर के पहले वीक तक गोल्ड की कीमत 1850 डॉलर से नीचे जा सकती है. जबकि चांदी 21 डॉलर प्रति ओंस से नीचे आ सकता है.
क्यों टूट रहा है गोल्ड?
गोल्ड के सस्ता होने का बड़ा कारण डॉलर इंडक्स में उछाल है. आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय में डॉलर इंडेक्स 106.70 पर कारोबार कर रहा है. जोकि बीते कुछ हफ्तों पहले 102 से 103 डॉलर पर था. जानकारों की मानें डॉलर इंडेक्स में इजाफा होने से गोल्ड की डिमांड में काफी कमी देखने को मिली है. जिसका असर गोल्ड और सिल्वर के दाम में गिरावट देखने को मिल रही है. आने वाले दिनों में यह सिलसिला जारी कर सकता है.
2500 रुपये तक सस्ता हो सकता है गोल्ड
गोल्ड की कीमत में दिवाली तक गोल्ड की कीमत में और गिरावट देखने को मिल सकती है. इसका कारण डॉलर इंडेक्स में और तेजी होने की संभावना है. जानकारों की मानें तो 31 अक्टूबर से 1 नवंबर को होने वाली अमेरिकी फेड रिजर्व की मीटिंग में एफओएमसी ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर सकती है. जिसका असर डॉलर इंडेक्स पर देखने को मिल सकता है. जानकारों के अनुसार अगर डॉलर इंडेक्स 110 के लेवल पर पहुंचा तो भारत में धनतेरस तक गोल्ड के दाम मौजूदा लेवल से 2500 रुपये कम हो सकते हैं. इसका मतलब है कि गोल्ड के दाम 55,500 रुपये पर आ सकते हैं.
फेड के फैसले पर नजर
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी करेंसी हेड अनुज गुप्ता ने टीवी9 से बात करते हुए कहा कि दिवाली से पहले कमोडिटी कारोबारियों की फेड के फैसले पर नजर होगी. अगर फेड 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा करता है तो डॉलर इंडेक्स में 110 के लेवल पर आ सकता है और गोल्ड के दाम 55-56 हजार रुपये प्रति दस ग्राम के लेवल पर पहुंच सकते हैं. आने वो दिनों में गोल्ड की कीमतें फेड के फैसले पर ही निर्भर होने वाली हैं.
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