नई दिल्ली। सिक्किम में इन दिनों प्राकृतिक आपदा का कहर जारी हैै। बीते दिनों बादल फट जाने के कारण तीस्ता नदी उफान पर है। बाढ़ के कारण सिक्किम के रंगपो में तीस्ता नदी में गोला बारूद का एक बड़ा जखीरा बह गया। शुक्रवार को तीसता नदी में जोरदार विस्फोट हुआ। इस जोरदार धमाके के बाद धुएं का घना बादल छा गया। हालांकि, विस्फोट में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सेना के सूत्रों के अनुसार, तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ में गोला-बारूद बह गया। तीस्ता नदी में आई बाढ़ में मृतकों की संख्या लगातार बढ़कर अब 56 हो गई है। इसमें 11 सैन्यकर्मी भी शामिल हैं। हालाँकि जानकारी के बाढ़ में बहे गोला बारूद और मिसाइलों को भारतीय सेना ने नष्ट कर दिया है। रौंगपो में तीस्ता नदी के किनारे जबरदस्त धमाका हुआ जिससे पूरा इलाका दहल गया।
बंगाल में ग्रेनेट विस्फोट से दो की मौत
सेना के सूत्रों के अनुसार, तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ में गोला-बारूद बह गया। सेना ने स्थानीय लोगों को भी सतर्क किया और उनसे अनुरोध किया कि अगर उन्हें कोई हथियार या गोला-बारूद लावारिस पड़ा मिले तो वे अधिकारियों को सूचित करें। इससे पहले गुरुवार को पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में एक घर के अंदर एक ग्रेनेड के विस्फोट से दो लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए, जिसे वे कथित तौर पर अपने घर लाए थे।
अब तक 11 सैनिक सहित 56 की मौत, 142 अब भी लापता
उत्तरी सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ में मृतकों की संख्या लगातार बढ़कर अब 56 हो गई है। इसमें 11 सैन्यकर्मी भी शामिल हैं। अब तक 26 शव सिक्किम में और 25 शव पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के विभिन्न इलाकों में मिले है। इसके अलावा अभी तक 142 लोग लापता बनाए जा रहे है, जिनकी तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों से बात की।
बाढ़ ने राज्य में 11 पुलों को नष्ट कर दिया, जिनमें से अकेले मंगन जिले में आठ पुल बह गए। नामची में दो और गंगटोक में एक पुल नष्ट हो गया। चार प्रभावित जिलों में पानी की पाइपलाइन, सीवेज लाइनें और घरों को भी काफी नुकसान हुआ है।
बाढ़ से 2,376 घर क्षतिग्रस्त
एसएसडीएमए की रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ से चार जिलों के 27 इलाके प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से 2,376 घरों को नुकसान पहंचा है। इन जिलों में 25,065 लोग प्रभावित हुए हैं। अभी तक 26 लोग घायल हुए हैं। अब तक 2413 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। मौजूदा समय पूरे प्रदेश में 22 राहत कैंपों में 6,875 लोग रह रहे हैं।
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