नई दिल्ली। श्रीलंका के खिलाफ खेले गए वर्ल्ड कप 2023 के 33वे मुक़ाबले में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की और पूरी टीम को मात्र 55 रन पर ढेर कर दिया। इस दौरान मोहम्मद शमी ने पांच और मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट झटके। भारतीय गेंदबाजों का यह शानदार प्रदर्शन पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर हसन रजा से देखा नहीं गया और उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) पर अजीबो- गरीब आरोप लगाए।
हसन रजा का कहना था कि जब भारत बल्लेबाजी करता है तो पिच अलग होती है और गेंदबाजों को स्विंग नहीं मिलता। लेकिन उसी पिच पर जब भारत गेंदबाजी करता है तो स्विंग मिलने लगती है। पाकिस्तानी खिलाड़ी ने आरोप लगाया कि आईसीसी भारतीय गेंदबाजों को अलग गेंद देता है और भारतीय गेंदबाजी के दौरान गेंद को बदल देता है। उनके इस बयान पर अब पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
वसीम अकरम ने कहा, ‘मैं जानना चाहता हूं कि वे आज कल क्या फूंक रहे हैं। मुझे भी चाहिए। क्योंकि उनका दिमाग जगह पर नहीं है। उन्हें ये मजाक लगता है। बेइज्जती अपनी तो करानी ही करानी है, हमारी तो मत कराओ। ये बहुत आसान चीज है। अंपायर मैच से पहले आता है। उसके पास 12 गेंदों का एक डिब्बा होता है। पहले गेंदबाजी करनी वाली टीम दो गेंद पिक करता है और अंपायर उसे अपना रखता है। वो आठ गेंदों दूसरी ड्रेसिंग रूम में लेकर जाता है। बैटिंग करनी वाली टीम भी दो गेंद पिक करती है। ये गेंद अंपायर अपने पास रख लेता है।’
अकरम ने आगे कहा, ‘गेंद में डिवाइस कैसे लग सकती है और उससे स्विंग कैसे होगी। भारतीय गेंदबाजों की तारीफ करनी चाहिए। उन्होंने सिखा है। उन्होंने अपनी गेंदबाजी पर काम किया है।’ इस दौरान शोएब मलिक भी वहां बैठे थे। मालिक ने कहा, ‘जब कोई अच्छा करता है तो उसकी तारीफ करना चाहिए न कि खामी निकालना चाहिए। भारतीय गेंदबाज मेहनत करते हैं और इसका असर दिख रहा है।’
बता दें हसन रजा ने एक टीवी चैनल पर कहा था कि ‘जब बैटिंग हो रही होती है तो इंडिया के प्लेयर अच्छा खेलते हैं लेकिन जब भी भारत अपनी गेंदबाजी शुरू करता है तो शमी और सिराज जैसे गेंदबाज वैसे ही दिखते हैं जैसे हम दक्षिण अफ्रीका में एलन डोनाल्ड और मखाया एनटिनी के साथ खेला करते थे। साउथ अफ्रीका में हमें जो गेंद खेलने को मिलती थी, उसमें एक तरफ चमक होती थी और एक तरफ नहीं होती थी। गेंद रिवर्स होती थी, सीम स्विंग होती थी। लेकिन यहां मुझे लग रहा है कि गेंद बदल दी जाती है। आईसीसी या बीसीसीआई जो भी गेंद दे रहा है, मुझे लगता है कि इन गेंदों का निरीक्षण किया जाना चाहिए।’
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