साबरमती एक्सप्रेस : 1.80 करोड़ नकद, ट्रेन और चुनाव! बलिया में GRP की कार्रवाई
चुनावी इस्तेमाल की आशंका
डेस्कः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यूपी के बलिया में भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया है। बलिया में जीआरपी ने साबरमती एक्सप्रेस से एक करोड़ 80 लाख रूपये को बरामद किया है। ये कैश छपरा होते हुए बिहार भेजा जा रहा था। साबरमती एक्सप्रेस के एसी बोगी से कैश बरामद होने के बाद हड़कंप मच गया।
जीआरपी के जवान प्लेटफार्म पर चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच अहमदाबाद से दरभंगा जाने वाली 19165 डाउन साबरमती एक्सप्रेस प्लेटफार्म नम्बर दो पर सुबह 10.39 बजे पहुंची। चेकिंग करते हुए हुए जवान ए-2 कोच में पहुंचे। सीट नम्बर पर 44 पर सवार एक यात्री तथा उसके पास मौजूद दो ट्राली बैग की जवानों ने छानबीन की तो वह नगदी से भरा था। रेल यात्री सारण (बिहार) के मरहियां (मिरा मुसेहरी) के रहने वाले ओमप्रकाश चौधरी को जीआरपी ने हिरासत में ले लिया। रेल थाने पर सूटकेसों में रखे रुपयों की गिनती की गयी तो कुल एक करोड़ 80 लाख रुपए निकले। पूछताछ में ओमप्रकाश ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। केवल यही बताया कि पैसे को झांसी से लेकर छपरा जा रहा था। जीआरपी थानाध्यक्ष ने मामले से आयकर उप निदेशक (जांच) वाराणसी को अवगत कराया। थोड़ी ही देर में आयकर विभाग की टीम पहुंच गयी।
दोनों सूटकेस में भरे थे पांच-पांच सौ के नोट
ट्राली बैग में एक करोड़ 80 लाख रुपये लेकर ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्री को पकड़ने के बाद कई तरह की चर्चा हो रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो ट्राली बैग में सभी नोट पांच-पांच सौ रुपये के ही थे। कुछ लोगों का कहना है कि बिहार में कुछ दिनों बाद विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में आशंका जतायी जा रही है कि हो सकता है उक्त पैसा चुनाव में प्रयोग करने के लिए मंगाया गया हो। आशंका जतायी जा रही है कि पकड़ा गया व्यक्ति करियर का काम करता होगा। हालांकि आयकर विभाग की जांच पूरी होने के बाद ही रहस्य से पर्दा उठने की उम्मीद है।
चुनावी इस्तेमाल की आशंका, नकदी की बरामदगी से राजनीतिक हलचल
सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए बैगों में मौजूद रकम के बिहार विधानसभा चुनाव से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह नकदी चुनावी खर्च या वितरण के उद्देश्य से भेजी जा रही थी। पकड़ा गया व्यक्ति करियर (पैसे पहुंचाने वाला माध्यम) हो सकता है। हालांकि, आयकर विभाग की जांच रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले की सच्चाई सामने आएगी।