राणाघाट । एक साल से फरार चल रहे पोक्सो एक्ट के आरोपी को आखरकार राणाघाट जिले की पुलिस ने पकड़ लिया है । आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए रानाघाट पुलिस ने फिल्मी अंदाज़ का सहारा लिया। पुलिस अधिकारी मछुआरे का भेष धारण कर ट्रॉलर पर सवार हुए और समुद्र में 10 किलोमीटर दूर जाकर आरोपी को धर दबोचा।
नाबालिग लड़की के माता-पिता ने दर्ज कराई थी शिकायत
आपको बता दें कि 2024 में हरींगहाटा थाने में एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की के माता-पिता ने शिकायत दर्ज कराई थी। जून 2025 में लड़की को पुलिस ने बरामद किया और उसके बयान के आधार पर पोक्सो एक्ट की धारा 9 जोड़ी गई। अगस्त में चार्जशीट दाखिल की गई, लेकिन मुख्य आरोपी लगातार पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा।
आरोपी बार-बार ठिकाना बदलता रहा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी बार-बार ठिकाना बदलकर गिरफ्तारी से बच रहा था। तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी से पता चला कि वह दक्षिण 24 परगना जिले के नामखाना-काकद्वीप तटीय इलाके में मछुआरे के रूप में रह रहा है। वह अक्सर अन्य मछुआरों के साथ ट्रॉलर लेकर समुद्र में कई दिनों तक चला जाता था।
पुलिस ने वर्दी उतार पहना धोती और गमछा
पुलिस अधिकारियों ने आम लोगों से पूछताछ कर पुष्टि की कि आरोपी ने जीविका के लिए मछुआरे का काम शुरू कर दिया है। इसी सूचना के आधार पर एक विशेष टीम बनाई गई। टीम के सदस्य वर्दी उतारकर धोती और गमछे में स्थानीय मछुआरों की तरह दिखने लगे और एक ट्रॉलर पर सवार होकर समुद्र की ओर निकल पड़े करीब 10 किलोमीटर दूर समुद्र में पुलिस टीम को आरोपी का ट्रॉलर मिला। अधिकारियों ने घंटों तक आरोपी और उसके साथियों से सामान्य बातचीत की ताकि उसकी पहचान पक्की हो सके। इसके बाद मौके पर ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया और पुलिस ट्रॉलर पर बैठाकर तट पर वापस लाई।
एसपी आशीष मौर्य ने दी जानकारी
इस पूरे आपरेशन के सम्बन्ध में रानाघाट पुलिस के एसपी आशीष मौर्य ने बताया कि हम लंबे समय से उसकी गिरफ्तारी की कोशिश कर रहे थे। आरोपी बार-बार ठिकाना बदलकर किसी तरह पुलिस को चकमा देता रहा। इसके बावजूद हमारी टीम ने उम्मीद नहीं छोड़ी। मैं व्यक्तिगत रूप से हर सुराग पर नज़र रख रहा था। जब हमें पुख्ता जानकारी मिली तो विशेष टीम बनाई गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। यह हमारी टीम की बड़ी सफलता है।